तनवीर
धर्मसत्ता के बिना अधूरी है राजसत्ता-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 19 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश के वन मंत्री केपी मलिक एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद पुरी ने श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर मां दक्षिण काली पूजा अर्चना की और निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने वन मंत्री केपी मलिक एवं महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद पुरी को मां की चुनरी ओढ़ाकर आशीर्वाद प्रदान किया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि राजसत्ता धर्मसत्ता के बिना अधूरी है।
गुरूजनों के आशीर्वाद और उनसे प्राप्त आध्यात्मिक ज्ञान से ही व्यक्ति का कल्याण होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज धर्म का निर्वाह करते हुए वन मंत्री केपी मलिक जनकल्याण और व्यवस्थाओं के संचालन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। निरंजनी अखाड़े के नवनियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद पुरी को आशीर्वाद प्रदान करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि स्वामी दिव्यानंद पुरी युवा और विद्वान संत हैं और अखाड़े की परंपरा का पालन करते हुए जापान में सनातन संस्कृति के प्रचार में योगदान देंगे।
महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद पुरी ने कहा कि गुरूजनों के निर्देशन में परंपरांओं के अनुसार अखाड़े की उन्नति और जापान में सनातन धर्म संस्कृति की पताका फहराने का कार्य करेंगे। यूपी के वन मंत्री केपी मलिक ने कहा कि गुरू ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। गुरू से बढ़कर संसार में कुछ नहीं है और स्वामी कैलाशानंद गिरी जैसे दिव्य संत का सानिध्य सौभाग्य से प्राप्त होता है। इस अवसर पर जूना अखाड़े के महंत महेश पुरी एवं स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी भी मौजूद रहे।


