विडियो:-अर्द्ध कुंभ मेले में यात्रीयों को बेहतर सुविधा और भीड़ नियंत्रण के लिए मेला प्रशासन ने शुरू की कवायद

Haridwar News
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तनवीर


हरिद्वार, 26 अगस्त। 2027 में होने वाले अर्ध कुंभ मेले में आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा देने और भीड़ नियंत्रण के लिए मेला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। प्रथम चरण में हर की पैड़ी के पास बने जाह्नवी मार्केट और कांगड़ा घाट का विस्तारीकरण किया जाना है।
जुलाई में मनसा देवी मंदिर पर भगदड़ में नौ लोगों की जान चली गई थी। जिसके बाद शहर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और भीड़ नियंत्रण सबसे अहम कार्य बना हुआ है।

हाल ही में मेला अधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में जाह्नवी मार्केट और कांगड़ा घाट के विस्तारीकरण के लिए कार्ययोजना पर चर्चा की गयी। बैठक के बाद अधिकारियों की टीम ने सर्वे कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद जल्द विस्तारीकरण के लिए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

प्रस्तावित हरिद्वार कॉरिडोर के शुरुआती चरण में भी मार्केट को शिफ्ट करने की बात सामने आई थी। जिसके बाद इससे प्रभावित होने वाले दुकानदारों ने इसका जोरदार विरोध किया था। हरिद्वार में भीड़ नियंत्रण और जन सुविधाओं का विकास बेहद जरूरी है। हालांकि योजना को आगे बढ़ाने के लिए सरकार को व्यापारियों का विरोध भी झेलना पड़ सकता है।


अर्धकुंभ मेले के लिए मेला प्रशासन को कई स्तरों पर काम करना है। हालांकि मनसा देवी हादसे के बाद भीड़ नियंत्रण का काम भी अहम बन गया है। देखने वाली बात होगी कि व्यापारियों के विरोध के बीच किस तरह प्रशासन सभी व्यवस्थाओं को आगे बढ़ता है।
मेलाधिकारी सोनिका ने बताया कि श्रद्धालुओं को सुविधा देने और भीड़ नियंत्रण के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए क्षेत्र का विस्तार किया जाना है। ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके और भीड़ को भी नियंत्रित किया जा सके।
जाह्नवी मार्केट के व्यापारी कमल गुप्ता ने बताया कि व्यापारी नेताओं ने प्रशासन के साथ बैठक की है। बैठक में क्या हुआ। इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिल रही है कि जाह्नवी मार्केट को हटाने की कार्यवाही शुरू होने वाली है। लेकिन यह कैसे होगा। व्यापारियों को दुकान के बदले दुकान मिलेगी या मुआवजा दिया जाएगा। इसको लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि मार्केट में 29 व्यापारी हैं। सभी मिलकर विरोध करेंगे। जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे।

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