तनवीर
हरिद्वार, 6 जुलाई। अंजुमन फ़रोग़ ए अज़ा के अध्यक्ष हैदर नक़वी के नेतृत्व में शिया समुदाय ने इमाम हुसैन की याद में अहबाब नगर स्थित इमाम बाड़ा से मातमी जुलूस निकाला। इससे पूर्व इमाम बाड़े में मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस मौलाना इक़्तेदार नक़वी ने पढ़ी। मौलाना इक्तेदार नकवी ने बताया कि इमाम इमाम हुसैन जब हज को उमरे में बदल के चले और मोहर्रम की 2 तारीख को इराक़ स्थित कर्बला पहुंचे। जहां क्रूर शासक यज़ीद के कहने पर इमाम हुसैन को रास्ते मे रोक लिया गया। 10 मोहर्रम 61 हिजरी को इमाम हुसैन को उनके परिवार और साथियो सहित यज़ीद ने कर्बला में तीन दिन का भूखा प्यासा रखने के बाद शहीद कर दिया।
मौलाना ने बताया कि जब इमाम हुसैन अपने छह महीने के बच्चे अली असग़र को लेकर पानी लेने गए तो हुरमला नामक व्यक्ति ने बच्चे पर भी दया नही की और तीर मार कर उस बच्चे को भी शहीद कर दिया। यह बच्चा कर्बला में इमाम हुसैन पर शहीद होने वाला सबसे छोटा बच्चा था। इमाम हुसैन को शहीद करने के बाद यज़ीद ने उनके घरों में आग लगा दी और इमाम हुसैन के घर की महिलाओ और बच्चां को बंदी बना कर उन पर पत्थर बरसाए गए। इमाम हुसैन और उनके परिवार वालों को हर वो यातना दी गयी। जिसके विषय में कोई सोच भी नही सकता।
मजलिस के बाद इमाम हुसैन के ग़म को याद करते हुए शिया समाज के लोगो ने मातम किया। जुलुस का समापन अंजुमन फरोग ए अजा के अध्यक्ष हैदर नक़वी के आवास पर हुआ।
जुलूस में सज्जाद, असग़र नक़वी, हैदर नक़वी, फ़िरोज़ ज़ैदी, एहतेशाम अब्बास, ज़हूर हसन, जाफ़र हुसैन, बिलाल रज़ा, हादी हसन, अस्करी, अली रज़ा, इक़बाल, फरहान, अंसार हुसैन, अनवार हुसैन, मोहम्मद ज़मा, दिलशाद नक़वी, ऐजाज़ नक़वी, मोहम्मद मुज्तबा, मोहम्मद शहज़ाद, ऐजाज़ नक़वी, आशु, रविश नक़वी, हुसैन हैदर, बिलाल नक़वी, अली रज़ा, काज़िम, ग़ाज़ी, बासित आदि शामिल रहे।