तनवीर
हरिद्वार, 12 सितम्बर। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में कोचिंग संस्थान वाजीराम एंड रवि की टीम द्वारा सिविल सर्विसेज़ में करियर अवसर विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। संस्थान के विशेषज्ञ समर और आकाश के नेतृत्व में आयोजित कार्यशाला में विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी तथा सीएओसी के इंचार्ज डा.सुयश भारद्वाज ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को सिविल सेवाओं की तैयारी, रणनीति और अवसरों के बारे में प्रत्यक्ष मार्गदर्शन देना है।
कार्यशाला में 100 छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की और कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे। वक्ताओं ने सिविल सेवाओं में चयन प्रक्रिया, तैयारी के तरीके, रणनीतियां और व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए छात्रों को मार्गदर्शन दिया।
छात्रों ने प्रशासनिक सेवाओं की चयन प्रक्रिया, वैकल्पिक विषयों के चुनाव, समय प्रबंधन, इंटरव्यू तैयारी और परीक्षा के बदलते पैटर्न से जुड़े अनेक प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने अपने अनुभव और मार्गदर्शन साझा करते हुए स्पष्ट किया कि सिविल सेवाओं जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन, समय का सदुपयोग और सही दिशा-निर्देश अत्यंत आवश्यक हैं।
विभागाध्यक्ष प्रो.मयंक अग्रवाल ने कहा, हमारे इंजीनियरिंग के छात्र केवल तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि प्रशासनिक और नीति निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इस प्रकार की कार्यशालाएं उन्हें व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करती हैं और सिविल सेवाओं जैसे प्रतिष्ठित करियर विकल्पों के लिए प्रोत्साहित करती हैं।”
फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो.विपुल शर्मा ने कहा कि एफईटी सदैव छात्रों को बहुआयामी अवसर देने के लिए अग्रसर रहता है। सिविल सेवाओं में करियर केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए योगदान का माध्यम भी है। ऐसे सत्र हमारे छात्रों को आत्मविश्वासी और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध नागरिक बनने की प्रेरणा देते हैं।
कुलपति प्रो.हेमलता के. ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ने हमेशा अपने छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ मूल्य-आधारित शिक्षा देने का प्रयास किया है। यह कार्यशाला न केवल सिविल सेवाओं के महत्व को रेखांकित करती है, बल्कि छात्रों को यह समझने का अवसर देती है कि कैसे वे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग समाज के उत्थान के लिए कर सकते हैं। ऐसे आयोजनों से विश्वविद्यालय की यह परंपरा और भी मजबूत होती है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं, बल्कि समाज को बेहतर दिशा देना है।
डा.प्रशांत कौशिक ने वाजीराम एंड रवि टीम, सभी अतिथियों, प्राध्यापकों और छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समर और आकाश द्वारा साझा किए गए अनुभवों ने छात्रों को नई दिशा दी है। उनकी बातों ने यह स्पष्ट कर दिया कि सही मार्गदर्शन और दृढ़ संकल्प से सिविल सेवाओं जैसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्यों को भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और सहयोगी प्राध्यापकों को धन्यवाद दिया।