तनवीर
हरिद्वार, 24 अगस्त। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में समाजसेवियों और अखाड़े के पदाधिकारियों ने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शिवराम हरी राजगुरु की जन्म जयंती पर मित्तल धाम घाट पर मां गंगा में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों को नमन किया। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि देश के अमर बलिदानी राजगुरु ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आजादी का बिगुल बजाया। उनके जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
राजगुरु प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनके विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उनके बलिदानों को हमेशा याद रखा जाएगा। पंडित अधीर कौशिक ने मांग की कि हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए। भारत सरकार को महान बलिदानों की याद में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा घोषित करें। समाजसेवी जेपी बडोनी एवं पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि देश को आजाद कराने में वीर शहीद राजगुरु के बलिदान से देशवासियों को प्रेरणा मिलती है।
उनके पदचिन्हों पर चलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी राजगुरु के जीवन से प्रेरणा मिलती है। देश की एकता अखंडता को मजबूती प्रदान करने में योगदान दें। श्रद्धांजलि देने वालों में यशपाल शर्मा, बृजमोहन शर्मा, कुलदीप चौहान, वासु चौहान, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, जेपी बडोनी आदि शामिल रहे।