ब्यूरो
हरिद्वार, 9 अप्रैली। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार के तत्वाधान में दुर्गा मंदिर दुर्गा घाट ज्वालापुर में भव्य शोभा यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि कथा का उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार एवं बच्चों का संस्कारवान बनाना है। शास्त्री ने बताया कि भागवत कथा से भक्ति ज्ञान एवं संस्कारों की वृद्धि होती ह।ै सर्वप्रथम कलिकाल के प्रारंभ होने पर देव ऋषि नारद ने वृंदावन में दुखी भक्ति ज्ञान एवं वैराग्य के निमित्त हरिद्वार गंगा के तट पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कराया था।
इसके उपरांत राजा परीक्षित ने अपने उद्धार के लिए सुखदेव के मुखारविंद से शुक्रताल में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया। इसके बाद संपूर्ण भारतवर्ष में सनातन धर्म रक्षा एवं आत्म कल्याण के लिए कथाओं का आयोजन होने लगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में एक या एक से अधिक बार जब भी मौका मिले श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन अवश्य करना चाहिए
। कथा के प्रथम दिवस मुख्य जजमान रितिका मल्होत्रा, मुकेश मल्होत्रा, मधु मल्होेत्रा, राजेश मल्होत्रा, सपना मल्होेत्रा, अनिल मल्होत्रा, नीलम सेठी, दीपक सेठी, हर्षा खत्री, राजू खत्री, रितिका खत्री, कमल खत्री, सीमा मिगलानी, महेंद्र मिगलानी, गुंजन जेसिंग, सुनील जेसिंग, वंदना जेसिंग, राम जेसिंग, कोमल रावत, भावना अरोड़ा, सचिन अरोड़ा, विनीता शर्मा, संजय शर्मा, रिम्पी शर्मा, गगन शर्मा, नरेश कुमार शर्मा, योगराज, लक्ष्मी तनेजा, कैशराज तनेजा, फूल्लैश शर्मा, चंद्र प्रकाश शर्मा, वीना धवन, शांति दर्गन, पंडित अभिषेक मिश्रा, तन्नु शर्मा, ऊषा पाहवा, सोनम मिश्रा, ऊषा वर्मा ने भागवत पूजन किया।