अमरीश
हरिद्वार, 19 सितम्बर। विजडम ग्लोबल स्कूल के खिलाफ चल रहे अभिभावकों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे पूर्व सभासद अशोक शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग शिक्षा नीतियों में बड़े बड़े बदलाव की बात करता है। लेकिन अभिभावकों का उत्पीड़न कर रहे स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आॅनलाईन शिक्षा के नाम पर अभिभावकों को फीस देने का दबाव बनाकर परेशान किया जा रहा है।
स्कूल द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर उन सुविधाओं का भी शुल्क अभिभावकों से वसूला जा रहा है जो वर्तमान में प्रदान ही नहीं की जा रही हैं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक व अन्य भाजपा मंत्री अभिभावकों की पीड़ा से अंजान बने हुए हैं। 2022 के चुनाव में जनता इन्हें सबक सिखाने का काम करेगी। मेयर प्रतिनिधि संगम शर्मा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन का व्यवहार अभिभावकों के प्रति ठीक नहीं है।
फीस के नाम पर अभिभावकों को गुमराह किया जा रहा है। भाजपा के जनप्रतिनधि मूकदर्शक बन तमाशा देखने का काम कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के आदेशों का पालन भी स्कूल प्रबंधन द्वारा ना किया जाना हठधर्मिता दिखाने जैसा है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की हठधर्मिता को सहन नहीं किया जाएगा। कोरोना काल में सभी अपने व्यवसाय से परेशान हैं। ऐसे में सरकार को अभिभावकों की सुध लेनी चाहिए।
संगम शर्मा ने यह भी कहा कि प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को बाहरी लोग कहा जा रहा है। जो कि पूरी तरह से बेबुनियाद है। विकास चौहान, सचिन चोपड़ा ने कहा कि टयूशन फीस के नाम पर अनाप शनाप शुल्क वसूल किया जा रहा है। अभिभावकों द्वारा इसका विरोध करने पर छात्र का नाम काटने की धमकी देकर मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
जिन अभिभावकों द्वारा फीस के लिए हामी नहीं भरी उनकी टीसी भी काटने की धमकी दी जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का यदि ऐसा ही रवैया रहा तो स्कूल प्रबंधकों की मनमानी नहीं रूकेगी। अनुभव गर्ग, सौरभ भाटिया, गुरदीप सिंह, मोहित अरोड़ा, चिराग मिश्रा, जितेंद्र अग्रवाल, आशीष शर्मा, गगनदीप, हिमांशु नामदेव, मधुकर, गौरव कपूर, विनय कौशिक, विकास चौहान आदि ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।