तनवीर
हरिद्वार, 3 नवंबर। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि नगर निगम हरिद्वार का ज्वालापुर क्षेत्र सर्वाधिक उपेक्षित है। सदियों से ज्वालापुर कुंभ क्षेत्र का हिस्सा रहा है। कुंभ के दौरान ज्वालापुर में नए तालाब से तथा गूघाल मंदिर से अखाड़ों की दो शाहियो की प्रवेश यात्रा प्रारंभ होती आई है। ज्वालापुर के नागरिक उम्मीद लगाए थे कि 12 वर्ष बाद आने वाले कुंभ में बदहाल ज्वालापुर के भी दिन बदलेंगें। लेकिन भूमिगत विद्युत लाइनों की सुविधा से ज्वालापुर क्षेत्र को वंचित रखा गया।
ज्वालापुर क्षेत्र में पानी की बेहद कमी है। लेकिन किसी नए ट्यूबवेल की घोषणा नहीं की गई। सड़कों नालियों का भी बुरा हाल है। इससे ज्वालापुर के नागरिकों में रोष पनप रहा है और निराशा व्याप्त है और आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर अलग स्थानीय निकाय की मांग जोर पकड़ने लगी है। ज्वालापुर के निवासी अपनी उपेक्षा से घोर आहत है।ं उन्हें यह भी पता नहीं है कि ज्वालापुर कुंभ क्षेत्र में सम्मिलित है भी या नहीं और ज्वालापुर से अखाड़ों की शाही प्रवेश शोभा यात्रा निकलेगी या नहीं।
ज्वालापुर के नागरिकों को लगता है कि ज्वालापुर क्षेत्र से सत्तारूढ़ दल भाजपा के पार्षद कम विजय हुए हैं और मेयर की विजय में भी ज्वालापुर के मतदाताओं का बड़ा योगदान है। संभवत इसी कारण ज्वालापुर की उपेक्षा की जा रही है।