तनवीर
भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित बाबू जगजीवन राम की जयंती समारोह का आयोजन किया गया । अमन उज्जैनवाल ने सभी आयोजक गणों की ओर से जो सम्मान दिया गया उसके लिए सभी का आभार जताया। समारोह में अकादमी के अध्यक्ष जयपाल सिंह सहित उपाध्यक्ष चंद्रसेन, करम सिंह, कृष्ण लाल, पूर्व डीएसपी जगराम सिंह, कालसी के ग्राम प्रधान रेखा चौधरी, संजय अंतवाल, भावाधस के प्रदेश अध्यक्ष अमन उज्जैनवाल, पूर्व लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रोफेसर सुमेर चंद रवि ओएनजीसी के ताराचंद तथा कई सम्मानित लोगो ने जगजीवन राम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की ।
भारतीय शुद्र संघ के अध्यक्ष प्रीतम सिंह कुल वंशी ने कार्यक्रम का संचालन किया। वर्तमान सामाजिक परिपेक्ष में प्रोफेसर रवि ने डॉक्टर अंबेडकर और जगजीवन राम की राजनैतिक सफर और विचारों में समानता और भिन्नता का जिक्र किया । देवेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि आज समाज में फैलाई जा रही नफरत और सांप्रदायिक पर विचार रखते हुए आवान किया कि देश चंद लोगों की मुट्ठी में सिमट कर रह गया । गरीब तबके के लिए, बेरोजगारों के लिए, महिलाओं के लिए, सम्मान और आजादी से जीने का जो वातावरण और अवसर है वह दिनों दिन घटता जा रहा है। संविधान में जो महिलाओं को बराबरी के अधिकार दिए गए उनको मुख्य रूप से शिक्षा आर्थिक सामाजिक व संपत्ति का अधिकार आदि में पीछे धकेलने की साजिश चल रही है।
ऐसे में आज एकजुट होकर इस गुप्त रूप से किए जा रहे षड्यंत्र के खिलाफ एकजुट होना होगा।समाज को पुराने वर्ण व्यवस्था और साम्राज्य वादी ताकतों को जड़ से उखाड़ने के लिए मेहनत करने की आवश्यकता है । समारोह की अध्यक्षता कर रहे जयपाल सिंह ने अकादमी के 35 वर्ष के सफर में की गई उपलब्धियों के बारे में बताया तथा सभी वक्ताओं के साथ अपने को संबंध करते हुए सभी सहभागीओं का धन्यवाद और आभार प्रकट किया।