चिकित्सा केवल पेशा नही, मानवता के प्रति चिकित्सक की जिम्मेदारी है-डा.केपीएस चौहान
हरिद्वार, 1 जुलाई। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर इएमए के संयोजन में बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस अलीपुर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि सेंट्रल बोर्ड ऑफ इएच मेडिसिन दिल्ली के चेयरमैन डा.केपीएस चौहान, समारोह के अध्यक्ष इएमए के राष्ट्रीय महासचिव डा.एनएस टाकुली, कार्यक्रम संयोजक इएमए के प्रदेश अध्यक्ष डा.मुकेश चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर डा.केपीएस चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस चिकित्सकों के प्रति आभार एवं सम्मान प्रकट करने का दिन है। डा.चौहान ने कहा कि चिकित्सा केवल एक पेशा नहीं बल्कि यह मानवता के प्रति चिकित्सक की जिम्मेदारी है। समाज ने चिकित्सक को भगवान के समान दर्जा दिया है और रोगी की सेवा ही सबसे बडी समाज सेवा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक किसी भी पैथी मे प्रशिक्षित हो। प्रत्येक चिकित्सक को अपनी पैथी के सिद्धांत व नियम तथा मानकों को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा व्यवसाय करना चाहिए।
समारोह में झबरेड़ा के डा.भूरे खान, हल्द्वानी के डा.गणेश मेवाड़ी व उड़ीसा के डा.लालतेंदु दलाई को बैस्ट प्रेक्टिशनर अवार्ड, शामली उ.प्र.के डा.महेंद्र सिंह, दिल्ली के डा.देवेन्द्र सिंह नेगी, देवप्रयाग के डा.वीएल अलखानिया को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड तथा उधम सिंह नगर के डा.अनादि बिस्वास को अवार्ड आफ एप्रीसिएशन, पटना बिहार के उमेश जायसवाल को अवार्ड आफ ऑनर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह में बालाजी इंस्टीट्यूट के एमडी ईएच शोधकर्ताओं डा.आफाक अली, डा.चांद उस्मान, डा.अशोक कुशवाहा, डा. गुलाम साबिर, डा.राशिद अब्बासी, डा.भूरे खान, डा.ऋचा आर्या ने गेस्ट्रो इंटेस्टाइनल व लीवर डिजीज, त्वचा रोग, यूटरिन ओवेरियन डिजीज, लिम्फ एवं ब्लड सम्बंधी क्रिटिकल डिजीज, टीशू एंड सैल के रोगो पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डा.केपीएस चौहान ने शोध कार्य करने वाले चिकित्सको को एमडी ईएच प्रमाण पत्र प्रदान किए। समारोह को संबोधित करते हुए इएमए के राष्ट्रीय महासचिव डा.एनएस टाकुली ने कहा कि एडवांस स्पेजरिक मेडिसिन से शरीर में व्याप्त सभी बीमारियां बिना किसी दुष्प्रभाव के ठीक हो जाती है। जनता को इस चिकित्सा का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए।