तनवीर
हरिद्वार, 2 अप्रैल। शनिवार को धर्मनगरी में नवरात्र की धूम रही। नौ दिन तक चलने वाले नवरात्र में पहले श्रद्धालु भक्तों ने घरों में घट स्थापना की व देवी के निमित्त व्रत रखकर पूजा आराधना शुरू की। वहीं मंदिरों में विशेष अनुष्ठान शुरू किए गए। नवरात्र के पहले दिन भगवती के नौ स्वरूपों में प्रथम मां शैल पुत्री की आराधना की गयी। की। शक्ति की आराधना को समर्पित नवरात्र व्रत के पहले दिन श्रद्धालुओं ने ब्रहम् मुर्हत में स्नान आदि कर घरों में घट स्थापना की और देवी का पूजन आराधना कर कल्याण की कामना की।
वहीं दूसरी और सिद्धपीठ मां मनसा देवी, मां चण्डी देवी, मां मायादेवी, श्री दक्षिण काली मंदिर में देवी भगवती के निमित्त विशेष अनुष्ठान प्रारंभ किए गए। नवरात्रों के उपलक्ष्य में सभी मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया है। सवेरे से ही मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालु भक्तों की लंबी कतारें लगी रही।
नवरात्र के पहले दिन श्री दक्षिण काली मंदिर में निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में विशेष अनुष्ठान शुरू किया गया। नौ दिन चलने वाले विशेष अनुष्ठान में भगवती के सभी नौ स्वरूपों की विशेष पूजा की जाएगी। इस अवसर पर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि देवी भगवती परम कल्याणकारी हैं।
विधि विधान व नियमित रूप से भगवती का पूजन व आराधना करने से श्रद्धालु भक्तों को विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। देवी की कृपा से भक्तों के सभी संकट व कष्ट दूर हो जाते हैं। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि नौ दिन तक निरंतर चलने वाले विशेष अनुष्ठान का समापन नवमी को कन्या पूजन कर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते दो वर्ष से अनुष्ठान का आयोजन सूक्ष्म रूप से किया जा रहा था। कोरोना से राहत मिलने पर इस वर्ष भव्य रूप से अनुष्ठान किया जा रहा है। आम लोग भी अनुष्ठान मे सम्मिलित होकर मां भगवती की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।