विडियो :-गुलामाने मुस्तफा सोसायटी ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन

Haridwar News
Spread the love

राहत अंसारी
इंसानियत की सबसे बड़ी खिदमत है रक्तदान-शादाब कुरैशी
हरिद्वार, 26
अक्टूबर। ईद मिलादुन्नबी के उपलक्ष्य में अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी की ओर से अहबाब नगर स्थित वरदा एकेडमी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। ब्लड बैंक से आयी चिकित्सीय टीम की देखरेख में आयोजित शिविर में मुस्लिम समाज के युवाओं के साथ महिलाओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लेेते हुए सौ यूनिट रक्त दान किया। सोसायटी के अध्यक्ष हाजी शफी खान ने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद साहब की यौमे पैदाईश पर मनाए जाने वाले ईद मिलादुन्नबी पर संस्था की ओर से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

जिसमें रक्तदान शिविर का आयोजन प्रमुख है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में मुस्लिम समाज के सैकड़ों रक्तदाता स्वैच्छिक रूप से रक्तदान कर इंसानियत की सेवा का संकल्प व्यक्त करते हैं। संरक्षक हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि दुनिया को इंसानियत व भाईचारे का पैगाम देने वाले पैगम्बर मौहम्मद साहब की शिक्षाओं पर अमल करते हुए इंसानियत व मुल्क की सेवा में सभी को योगदान करना चाहिए।

अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी पैगम्बर मौहम्मद साहब की शिक्षाओं का प्रचार प्रसार कर समाज में इंसानियत, भाईचारे व आपसी सद्भाव को मजबूत करने के लिए लगातार योगदान कर रही है।

सेक्रेटरी शादाब कुरैशी व वरदा एकेडमी के प्रबंधक अनीस खान ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। आपके द्वारा दिए रक्त से किसी का जीवन बचाया जा सकता है। इसीलिए रक्तदान को इंसानियत की सबसे बड़ी खिदमत भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आती है। इसलिए सभी को समय समय पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए। इस समय पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी की चपेट में है। बड़ी संख्या में लोग डेंगू से भी ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में आपात स्थिति आने पर किसी को भी रक्त की जरूरत हो सकती है। इसलिए रक्तकोष की कमी को पूरा करने के लिए संस्था की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है।

पिछले तीस वर्षो से सोसायटी सामाजिक व धार्मिक कार्यो में बढ़चढ़क कर योगदान करती चली आ रही है। हाजी रफी खान व समाजसेवी राहत अंसारी ने सभी रक्तदाताओं व चिकित्सीय टीम का आभार व्यक्त किया। अब्दुल वाहिद, हाजी गुलजार अंसारी, अब्दुल कादिर, महरूद्दीन, आजम, तनवीर अहमद, बाबर खान, राजा अली, गुलबहार अहमद, यामीन ठेकेदार, साबिर अली, खुशनसीब मलिक, कल्लू खान आदि शिविर के आयोजन में सहयोग किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *