लव शर्मा
हरिद्वार, 7 अप्रैल। कनखल स्थित निर्मल संतपुरा आश्रम गुरुद्वारे में 18वें महान कीर्तन दरबार और संत समागम का आयोजन किया गया। संत आशीर्वाद हॉल में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे माथा टेका। संत जगजीत सिंह शास्त्री ने बताया कि महापुरुषों की स्मृति में शनिवार को 101 श्री अखंड पाठ लड़ी का आरंभ कर रविवार को भोग डाला गया। उन्होंने कहा कि महापुरुषों का सान्निध्य जिसे प्राप्त हो जाता है। उसका जीवन सफल होता है। बाबा प्रेम सिंह ने कहा कि संतों का आशीर्वाद जिसके साथ हो वह कभी दुख नहीं पाता।
गुरू नानक देव ने भी संतों की सेवा की थी। भाई बलजिंदर सिंह, भाई अमरजीत सिंह पटियाला वाले, भाई हरजिंदर सिंह खालसा जालंधर वाले, बाबा गुरविंदर पाल सिंह ने गुरबाणी कीर्तन से सभी को निहाल किया। इस अवसर पर संत मंजीत सिंह, बाबा मोहन सिंह, संत जसविंदर सिंह, संत रंजीत सिंह, महंत रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, विनोद महाराज, बाबा मोहन सिंह, स्वामी जमनादास, स्वामी देवानंद, स्वामी रामदास, महंत गुरमाल सिंह, स्वामी योगेंद्रानंद, स्वामी दिनेशानंद, स्वामी दामोदर दास, स्वामी कृष्णानंद, स्वामी प्रेमानंद, स्वामी महेश्वरानंद सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।