हरिद्वार, 9 मार्च। कुंभ के लिए शहर सजने लगा है। इस बार हरिद्वार की दीवारें भी बोलने के लिए तैयार हो रही हैं। बीइंग भगीरथ द्वारा सार्वजनिक दीवारों पर जीवंत कलाकृतियां उकेरी जाने जा रही है। शहर की दीवारों को सजाने का कार्य बीइंग भगीरथ कर रही है। बीइंग भगीरथ के संस्थापक शिखर पालीवाल ने बताया कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अलौकिक व धार्मिक दर्शनों का अवसर प्राप्त होगा। शहर को सजाने के लिए सीएसआर के तहत संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है। उनका बताया कि बीइंग भगीरथ द्वारा बस स्टैंड व ऋषिकुल पर किए गए पेंटिंग कार्य की मेला अधिकारी दीपक रावत ने भी सराहना की है। अपर मेलाधिकारी डा. एलएन मिश्र का कहना है की जगह जगह स्थाई कार्य अब दिखने लगे हैं।
सराहनीय है कि सौंदर्यकरण कार्यों के लिए बीइंग भगीरथ संस्था आगे आयी है। सामाजिक सहभागिता के तहत कुछ अन्य लोगों ने भी इस कार्य में सहयोग करने की इच्छा जतायी है। शिखर ने बताया कि हरिद्वार बस अड्डे की एक दीवार से शुरू हुई सुंदर कलाकृति बनाने की मुहिम अब पूरे बस स्टैंड पर अलग अलग जगह तैयार हो चुकी है। कुंभ तक अन्य कई जगहों पर इसी तरीके से दीवारों को सजाया जाएगा। अद्भुत कुंभ अलौकिक कुंभ का स्लोगन सभी जगहों पर दीवारों पर उकेरा जा रहा है। बीइंग भगीरथ के स्वयंसेवी पूरी मेहनत से हरिद्वार को सुंदर बनाने में जुटे हैं। हरिद्वार के अलावा ऋषिकेश, रुड़की आदि स्थानों पर भी बीइंग भगीरथ के स्वयसेवी पहले से ही वाल पेंटिंग के माध्यम से स्वच्छता का संदेश देते रहे हैं।
अब पेंटिंग की थीम को कुंभ तथा साधु संतों की कलाकृतियां तथा गंगा अवतरण आदि चित्रों से सजाया जा रहा है। शिखर ने बताया कि ऐसी ऐसी जगहों को टीम बीइंग भगीरथ ऐसे स्थानों जहां गंदगी तथा कचरा फैला है को चिन्हित कर रही है। उन स्थानों को साफ करके पेंटिंग के माध्यम से जीवंत बनाया जा रहा है। हरिद्वार बस अड्डे पर देश विदेश से यात्री आते हैं। बस अड्डे की दीवारों पर की गयी पेंटिंग को देकर सभी सराहना कर रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि ऐसे चित्रों के पास खड़े होने से अलग तरह की ऊर्जा का संचार भ्होता है तथा मन को शांति मिलती है। शिखर पालीवाल ने बताया कि बस अड्डे की दीवारों को सजाने में पंजाब नेशनल बैक का सहयोग बीइंग भगीरथ को मिला है।