विक्की सैनी
हरिद्वार, 4 अप्रैल। कोरोना संकट में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल गरीबों को लगातार खाना उपलब्ध कराने में जुटा हुआ। अखाड़े की निर्मला छावनी से प्रतिदिन पांच सौ लोगों को खाने के पैकेट प्रशासन के माध्यम से दिए जा रहे हैं। अखाड़े के स्वयंसेवी खाना तैयार करने में सहयोग कर रहे हैं। महंत सतनाम सिंह ने कहा कि कोरोना संकट की वजह से किए गए लाॅकडाउन में गरीब मजदूरों के समक्ष खाने की समस्या उत्पन्न हो गयी है। रोजाना दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चलाने वाले लोग बड़ी कठिनाई का सामना कर रहे हैं। ऐसे में अखाड़े ने गरीबों को खाना उपलब्ध कराने का अभियान शुरू किया है। निर्मला छावनी में प्रतिदिन खाना तैयार कर प्रशासन के माध्यम से गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अखाड़े का यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। किसी भी गरीब को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि सेवा अखाड़ों की परंपरा रही है।
कोरोना संकट में भी निर्मल अखाड़ा अपनी पंरपरांओं का पालन करते हुए गरीबों की सेवा में जुटा हुआ है। खाना उपलब्ध कराने के साथ गरीबों को राशन भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने में देश के तमाम चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिस, प्रशासन जुटा हुआ है। ऐसे में सभी को घरों में रहकर इनके प्रयासों में सहयोग करना चाहिए।महंत अमनदीप सिंह ने बताया कि निर्मल अखाड़े की एक्कड़ कलां शाखा के माध्यम से भी प्रतिदिन खाने के पांच सौ पैकेट प्रशासन के माध्यम से गरीबों तक पहुंचाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि परेशानी में फंसे श्रमिकों व गरीबों की मदद के लिए अखाड़ा अपने संसाधनों के माध्यम से प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने लाॅकडाउन किया है।
सबको लाॅकडाउन का पूरी तरह पालन करना चाहिए। अपने घरों में रहें और खुद को तथा अपने परिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने बचाएं। सरकार के प्रयासों में सहयोग करें। इस अवसर पर महंत खेमसिंह, संत आशा सिंह, संत हरभजन सिंह, संत हरप्रीत सिंह, संत संदीप सिंह, संत गुरजीत सिंह, संत हरनेक सिंह, संत सुखमन सिंह, संत बेअंत सिंह, लाल सिंह, दिनेश पाण्डे, दीपक कुमार, पंकी शर्मा आदि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी और डेरा बाबा दरगाह सिंह गुरू तीजी पातशाही द्वारा गरीब असहाय लोगों को प्रबंधक अतुल शर्मा द्वारा भूपतवाला स्थित भागीरथी नगर में 5-5 किलो आटा, चावल, चाय पत्ती, साबुन, तेल आदि वितरित किया गया। अतुल शर्मा ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी लोगों को अपने सामथ्र्य अनुसार गरीब असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए। क्योंकि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।