शरण में आए प्रत्येक भक्त की रक्षा करते हैं भगवान- भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री

Haridwar News
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अमरीश


हरिद्वार, 2 नवम्बर। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में सर्वजन कल्याण के लिए बसंत बिहार कॉलोनी ज्वालापुर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा प्रवचन के चतुर्थ दिवस पर कथा व्यास पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने भक्त प्रह्लाद का चरित्र श्रवण कराते हुए बताया कि मनुष्य, देवता, दानव, पशु, पक्षी चराचर जगत में कोई भी भगवान की भक्ति करता है तो भगवान उसकी रक्षा करते हैं।

भक्त प्रहलाद का चरित्र वर्णन करते हुए भागवताचार्य ने बताया कि भक्त प्रहलाद का जन्म राक्षस कुल में हुआ था। प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यपु भगवान नारायण से द्वेष रखता एवं जो भी भगवान नारायण का भजन करता था। हिरण्यकश्यपु उसका वध कर देता था। ऐसी स्थिति में मां के गर्भ में ही देव ऋषि नारद से भागवत कथा का श्रवण करके राक्षस कुल में जन्म लेने पर संस्कार वश प्रहलाद भगवान का अनन्य भक्त बनकर भगवान की भक्ति करता है। हिरण्यकश्यपु ने प्रहलाद को मारने के लिए अनेकों प्रकार के उपाय किए। उसे जल में डुबाया, पहाड़ से गिराया, उबलती हुई तेल की कढ़ाई में डलवाया, अस्त्र शस्त्रों से मरवाने का प्रयास किया। यहां तक कि प्रहलाद की बुआ होलिका प्रहलाद को लेकर के अग्नि में चली गई। पर भगवान ने हर परिस्थिति में प्रहलाद की रक्षा की और स्वयं नरसिंह रूप में प्रकट हुए और हिरण्यकश्यपु को मार कर प्रहलाद की रक्षा की।

शास्त्री ने बताया ठीक इसी प्रकार से पशु योनि में गजराज अपने परिवार के साथ सरोवर पर जल पीने के लिए जाता है। जल के भीतर रहने वाला ग्राह गजराज का पैर पकड़ लेता है। गजराज ने बहुत प्रयास किया ग्राह से छूटने का। परंतु जल के भीतर ग्राह का बल अधिक होने के कारण गजराज ग्राह से मुक्त नहीं हो पाया। गजराज ने भगवान नारायण का ध्यान किया, स्तुति की और भगवान ने गजराज की स्तुति को सुनकर के ग्राह का वध करके गजराज को ग्राह के बंधन से मुक्त कराया।

भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया भगवान की शरण में जो भी जाता है। भगवान की भक्ति जो भी करता है भगवान उसकी रक्षा करते हैं। इसलिए इस कलिकाल में मुख्य रूप से भगवान की भक्ति ही जीव का कल्याण करती है। सभी को भगवान की भक्ति करनी चाहिए। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के द्वारा जन-जन में भक्ति का उदय हो इस हेतु समय-समय पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कराया जाता है।

बसंत विहार कॉलोनी ज्वालापुर हरिद्वार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस सभी भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य यजमान रघुवीर कौर, राजवंश अंजू,लवी कौर, अंजू पांधी, शीतल अरोड़ा, सिंपी धवन, सागर धवन, संजय,लता,मंजू गोयल, तिलक राज, श्रीमती शांति दर्गन, श्रीमती बीना धवन, प्रमोद पांधी,विजेंद्र गोयल, मीनू शर्मा, सुनीता आदि ने व्यास पूजन किया।

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