ब्यूरो
हरिद्वार, 13 अप्रैल। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार के तत्वाधान में दुर्गा मंदिर ज्वालापुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथाव्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने व्यासपीठ से भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का रसास्वादन कराया। उन्होंने बताया कि परमात्मा को भक्त का सच्चा भाव चाहिए, जब तक हमारे मन में सच्चा भाव नहीं आएगा, तब तक हम यूं ही भटकते रहेंगे। 84 लाख बार भटकना पड़ेगा। इंसान का जैसा भाव होता है। उसे सारा संसार वैसा ही नजर आता है। पूतना जब दूषित नियत से बाल कृष्ण को मारने गई गई तो मां यशोदा समझ नहीं पाई। क्योंकि उनके भाव अच्छे थे। तो उनको पूतना के अंदर भी अच्छाई ही नजर आई।
इसी प्रकार से अगर इस संसार में कुछ पाकर नाम अमर करना है तो नरसिंह भगत, मीरा बाई और शबरी की तरह अपने मनोभाव करने होंगे। इस अवसर पर मुख्य यजमान हरीश चंद्र कटारिया, सुदेश कटारिया, डा.हेमंत कटारिया, डा.शिल्पा कटारिया, देवेंद्र कटारिया, शिल्पी कटारिया, सीमा मिगलानी, महेंद्र मिगलानी, नीलम सेठी, दीपक सेठी, गुंजन जयसिंह, सुनील जयसिंह, वंदना जयसिंह, राम जयसिंह, इशिका जयसिंह, चेतन जयसिंह, शशि जयसिंह, पार्थवी जयसिंह, मनश्वनी सेठी, माधव शेट्टी, हर्षा खत्री, रितिका खत्री, कमल खत्री, कोमल रावत, भावना अरोड़ा, सचिन अरोड़ा, विनीता शर्मा, संजय शर्मा, रिम्पी शर्मा, गगन शर्मा, नरेश कुमार शर्मा, योगराज, लक्ष्मी तनेजा, कैश राज तनेजा, फूल्लैश शर्मा, चंद्रप्रकाश शर्मा, वीना धवन, शांति दर्गन, पंडित अभिषेक मिश्रा, तन्नु शर्मा, ऊषा पाहवा, सोनम मिश्रा, ऊषा वर्मा, पंडित दया कृष्ण शास्त्री, रितिका मल्होत्रा, मुकेश मल्होत्रा, मधु मल्होत्रा, राजेश मल्होत्रा, सपना मल्होत्रा, अनिल मल्होत्रा आदि मौजूद रहे।