मानवता के लिए दैवीय वरदान है योग: भक्त दुर्गादास

Dharm
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हरिद्वार, 21 जून। योग, संयम और संस्कार से आज समूची दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। योग की शक्ति को समूची दुनिया ने स्वीकार किया है। आज योग दिवस भारत के साथ-साथ विश्व के अधिकांश देशों में आयोजित हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका में अमेरिकावासियों के साथ योग कर भारत का सम्मान बढ़ाने का कार्य किया है। यह विचार लाल माता मंदिर के प्रबंधक भक्त दुर्गादास ने योग दिवस के अवसर पर देश भर से आये श्रद्धालुओं को योग कराते हुए व्यक्त किये। भक्त दुर्गादास ने कहा कि योग मनुष्यता के लिए वरदान है। पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांत चावला ने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है।

मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, विचार, संयम और स्फूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिये एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवनशैली में यह चेतना बनकर हमें होने वाले परिवर्तनों से निपटने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि योग का मुख्य उद्देश्य उच्चतर शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक व्यक्तित्व का विकास करना है। योग शिविर में मुख्य रूप से राकेश सकलानी, पं. हीरा बल्लभ जोशी, हेमन्त, दीवान सिंह राणा, जगदम्बा प्रसाद, अश्विनी दीक्षित आदि समेत देशभर से आये श्रद्धालु शामिल रहे।

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