ब्यूरो
हरिद्वार, 25 सितम्बर। बड़ी रामलीला के रंगमंच पर राम केवट संवाद, दशरथ मरण, भरत मिलाप, नौका लीला का मंचन किया गया। रामलीला मंचन में राम केवट संवाद, राजा दशरथ और श्रवण संवाद तथा राजा दशरथ की मृत्यु के दृश्यों में कलाकारों ने शानदार अभिनय कला का प्रदर्शन किया। राजा दशरथ की मृत्यु का दृश्य देखकर दर्शकों की आंखों में अश्रु भर आए। राम भरत मिलन के दृश्य ने भी दर्शकों को भावुक कर दिया। रामलीला में दिखाया गया कि ज्येष्ठ भ्राता राम से मिलने के बाद भरत श्रीराम की चरण पादुकाएं लेकर वन से अयोध्या की ओर लौटते हैं।
रामलीला में श्रीराम की भूमिका पवन खैरवाल, लक्ष्मण नीरज चौहान, माता सीता अर्चित सेमवाल, सुमंत मनोज शर्मा, वशिष्ठ मुकुल गिरी, दशरथ संजीव गिरी, मंथरा नारायण, केवट की भूमिका मनोज सहगल ने निभायी। अन्य कलाकारों वर्षा, अंशु, अंजली, नोनि, पूजा, राघव ठाकुर, सीटू गिरी, सिद्दार्थ गिरी, अंकित चौधरी, अमित पांडे, विवेक शर्मा, राजेश कश्यप, शिखर जौहरी ने भी शानदार अभिनय किया।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा, श्रीरामलीला संपत्ति कमेटी के अध्यक्ष सुनील भसीन, मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा मुन्ना, दिग्दर्शक मनोज सहगल, विनोद नयन, वीरेंद्र गोस्वामी, महाराज कृष्ण सेठ, ट्रस्ट कमेटी के मंत्री रविकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे। रंगमंच का संचालन डा.संदीप कपूर एवं विनय सिंघल ने किया। ऋषभ मल्होत्रा, विशाल गोस्वामी, राहुल वशिष्ठ, अंजना चड्डा, पवन शर्मा, दर्पण चड्ढा, मनोज बेदी, सुनील वधावन, विकास सेठ, गोपाल छिब्बर, कन्हैया खेवडिया, नीरज भसीन, महेश गौड़, सुरेंद्र अरोड़ा, मयंक मूर्ति भट्ट ने रामलीला के आयोजन में सहयोग किया।


