विभागों में संस्कृत को व्यवहार में लाने सहित कई विषय मुख्यमंत्री के समक्ष रखे
हरिद्वार, 4 जुलाई। संस्कृत भारती उत्तराखण्ड के प्रान्त संगठन मंत्री गौरव शास्त्री, प्रान्त मंत्री गिरीश तिवारी एवं कोषाध्यक्ष अंकित वर्मा ने प्रदेश की द्वितीय राजभाषा संस्कृत के उन्नयन तथा इससे जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश में संस्कृत शिक्षकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने, संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में संस्कृत शिक्षकों की समस्या के समाधान एवं नियमित और प्रभावी संचालन का आग्रह किया।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में द्वितीय राजभाषा संस्कृत को व्यवहार में लाने सहित प्रोत्साहन और संस्कृत से जुड़े शोध कार्यों के लिए विशेष अनुदान आदि विषयोंं को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार संस्कृत भाषा के विकास एवं संरक्षण के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है तथा सभी समस्याओं का शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने संस्कृत भाषा के लिए संस्कृत भारती द्वारा किए जा रहे प्रयास एवं कार्यों की सराहना भी की।


