विक्की सैनी
हरिद्वार, 24 अप्रैल। निर्मला छावनी के मुकामी महंत सतनाम सिंह महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई जूना अखाड़े के दो संतों व उनके कार चालक की हत्या पर गहरा दुख प्रकट करते हुए दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की है। महंत सतनाम सिंह महाराज ने कहा कि संतों की हत्या के दौरान मूकदर्शक बने रहने वाले पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर उनके खिलाफ भी मुकद्मा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों की ऐसी निर्मम हत्या देश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। भीड़ द्वारा जिस प्रकार बेरहमी से हत्याकाण्ड को अंजाम दिया वह घोर निंदनीय है। महाराष्ट्र सरकार को जल्द ही सभी दोषियों को मृत्यु दण्ड देना चाहिए।
ताकि समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सके। उन्होंने कहा कि माॅब लिंचिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में संत महापुरूषों की निर्मम हत्या भारत की लचर कानून व्यवस्था को दर्शाती है। ऋषि मुनियों की धरती पर संतों की हत्या व सनातन धर्म पर कुठाराघात कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लाॅकडाउन के पश्चात लाखों की संख्या में संत महापुरूष पालघर के लिए कूच करेंगे। सनातन धर्म व संतों का सम्मान करते हुए महाराष्ट्र सरकार को दोषियों को जल्द फांसी देनी चाहिए। अन्यथा देश का संत समाज कड़े कदम उठाने को मजबूर होगा। महंत बलवंत सिंह महाराज ने कहा कि संतों के हत्यारों को कभी माफ नहीं किया जाएगा। सरकार को संतों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।