श्रम कानूनों में संशोधनों के विरोेध में सीटू ने दिया धरना

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अमरीश

हरिद्वार, 14 मई। केन्द्रीय आह्वान पर सीटू कार्यकर्ताओं ने भेल स्थित यूनियन कार्यालय पर धरना दिया। धरने के दौरान कार्यकर्ताओं ने श्रम कानूनों में किए जा रहे संशोधनों को मजूदर विरोधी बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की। धरने को संबोधित करते हुए प्रांतीय महामंत्री एमपी जखमोला व जिला अध्यक्ष पीडी बलूनी ने कहा कि कोरोना के इस संकट में जब लाखों मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। ऐसे समय में केंद्र व राज्य सरकारें पूंजीवाद के तहत श्रम कानूनों में संसोधन कर रही हैं।

देश देश के करोड़ों मजदूरों के साथ घोर अन्याय है। सीटू ऐसे मजदूर विरोधी संशोधनों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। इसके विरोध में लगातार आंदोलन किया जाएगा। संसोधनों के तहत मजदूरों के काम करने की अवधि 12 घंटे कर दी गयी है। जिसे तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने मांग की कि मजदूरो को अप्रैल के वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाय। कोरोना वारियर के तहत कार्यरत ऑगनवाडी एवं आशा कार्यकत्रीयों को 50 लाख रूपए का बीमा कबर दिया जाए। सभी आंगनवाडी एवं आशाआंे को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये जाएं।

कोरोना के नाम पर तालाबन्दी के दौरान छटनी पर रोक लगाई जाए। मजदूरों के हितों के लिए बने कानूनो मे बिना छेड़छाड़ किए पूरीे शक्ति से लागू किया जाए। धरना देने वालों में जिला महामन्त्री इमरत सिंह, आर.पी.जखमोला, आर.सी. धीमान, अशोक चैधरी, विरेन्द्र सिंह, के.पी.केष्टवाल, उदयबीर सिंह, आर.के. बडोनी, राज कुमार, राहुल, संजय, सुनील कुमार, अरुण कुमार, रोहित  सैनी, पवन गिरी, अनिल सैनी, कदम सिंह, विवेक सैनी, वसीम अख्तर, रवि सैनी, धर्मव्रत, आर.सी.सैनी सत कुमार, लालदीन आदि शामिल रहे। 


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