विकास झा
हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 के आयोजन को लेकर संतों में खासी नाराजगी दिखाई दे रही है। सभी संतो ने एसओपी प्रक्रिया को तुगलकी फरमान करार देते हुए इसे संशोधन करने की मांग की है। श्री पंचायती जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अर्जुन पुरी ने कहा कि श्रद्धालुओं से ही कुंभ की शोभा है करोनि के नाम पर उन्हें नहीं रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा प्रयागराज मेला और वृंदावन के वैष्णव कुंभ में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं।
राजनीतिक रैलियों लाखों की भीड़ जुट रही है। ऐसे में हरिद्वार महाकुंभ के लिए एसओपी के कड़े मानक लागू होने से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। पंजीकरण की बाध्यता खत्म होनी चाहिए। स्वामी अर्जुन पुरी ने कहा की इतिहास में ऐसा कुंभ पहली बार आयोजित हो रहा है जिसमें इसमें धार्मिक अनुष्ठान संत प्रवचन सहित हवन पूजन भंडारे आदि पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इससे एक और जहां कुंभ की मर्यादा क्षीण हो रही है।
वहीं श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही है। उन्होंने कहा सरकार को जो कि करना मानकों का अनुपालन कराते हुए धार्मिक आयोजनों में छूट दी जानी चाहिए ताकि कुंभ की गरिमा और श्रद्धालुओं की भावना दोनों को ठेस ना पहुंचे।