राकेश वालिया
हरिद्वार, 2 नवम्बर। आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी महाराज ने सनातन धर्म संस्कृति का विरोध व अपमान करने पर रोक लगाए जाने के लिए केंद्र सरकार से कड़ा कानून बनाए जाने की मांग की है। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी महाराज ने कहा कि जल्द ही संतों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर कानून बनाने के लिए ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए कुछ लोग लगातार सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं। सनातन धर्म संस्कृति की मनमानी व्याख्या कर अपमानजक टिप्पणीयां की जा रही है।
जिसे लेकर संत समाज में भारी रोष है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार को सख्त कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण की भूमि है। सनातन धर्म संस्कृति से पूरे विश्व को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त होता है। लेकिन आज कुछ लोग सनातन धर्म गंथों व संस्कृति की मनमानी व्याख्या कर रहे हैं। जिससे गलत संदेश जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए संत समाज अपने स्तर से धर्म जागरण अभियान चलाने के साथ सरकार से भी कानून बनाने की मांग करता है।
सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही संतों के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को ज्ञापन देकर विधिवत रूप से मांग को आगे बढ़ाया जाएगा।
अयोध्या में राममंदिर के उद्घाटन को लेकर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी महाराज ने कहा कि सैकड़ों वर्षो के संघर्ष के बाद अयोध्या में राममंदिर का स्वप्न साकार होने पर संत समाज के साथ पूरा सनातन जगत उत्साहित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयासों के चलते हिंदू समाज का सपना साकार रूप ले पाया है। 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन पूरे हिंदू समाज के लिए अद्भूत क्षण होगा। उन्होंने सभी से 22 जनवरी को दीपोत्सव मनाने की अपील करते हुए कहा कि इस गौरवशाली अवसर को भव्य और सुंदर बनाने में अपना सहयोग दें।