संत के लिए समस्त संसार ही परिवार है-स्वामी प्रमोद कृष्णनम्

Dharm
Spread the love

राकेश वालिया


परमार्थ के लिए समर्पित रहा ब्रह्मलीन स्वामी ब्रह्मदेव महाराज, स्वामी संतोष दास महाराज एवं स्वामी सत्यदेव महाराज का जीवन-स्वामी कल्याणदेव
हरिद्वार, 24 अप्रैल। भूपतवाला स्थित शिव शक्ति धाम आश्रम में आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी कल्याणदेव महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन स्वामी ब्रह्मदेव महाराज, स्वामी संतोष दास महाराज एवं स्वामी सत्यदेव महाराज की स्मृति में आयोजित गुरूजन स्मृति समारोह के समापन पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए कल्कि पीठाधीश्वर स्वामी प्रमोद कृष्णन्म महाराज ने कहा कि सत्य को सहजता और सरलता से स्वीकार करने वाले संत के लिए समस्त संसार परिवार है। उन्होंने कहा कि महादेव शिव की नगरी और ससुराल हरिद्वार की पवित्र रज माथे पर लगाने और गंगा के आचमन मात्र से ही जीवन भवसागर से पार हो जाता है।

स्वामी कल्याण देव महाराज की गुरूओं के प्रति निष्ठा सभी के लिए प्ररेणादायी है। महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश एवं स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि संत मिलन से बड़ा कोई सुख नहीं है। संतों के सत्संग से प्राप्त ज्ञान से ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता हैं। आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी कल्याण देव महाराज ने कार्यक्रम में उपस्थित संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले पूज्य गुरूदेव स्वामी ब्रह्मदेव महाराज, स्वामी संतोष दास महाराज एवं स्वामी सत्यदेव महाराज त्याग और तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। पूज्य गुरूओं द्वारा स्थापित सेवा परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाते हुए सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में भी योगदान किया जा रहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि स्वामी कल्णादेव महाराज जिस प्रकार अपनी गुरू परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। वह सभी संतों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि संत समाज के प्रेरणास्रोत स्वामी ब्रह्मदेव महाराज, स्वामी संतोष दास महाराज एवं स्वामी सत्यदेव महाराज के दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण एवं सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान का संकल्प ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। माता साध्वी आनंद ज्योति व स्वामी सत्यव्रतानंद महाराज ने फूलमाला पहनाकर सभी संतों का स्वागत किया।

कार्यक्रम का संचालन स्वामी परमानन्द महाराज ने किया। इस अवसर पर महंत रूपेद्र प्रकाश, बाबा बलराम दास हठयोगी, महंत दुर्गादास, स्वामी ऋषिश्वरानन्द, स्वामी कृष्णदेव, स्वामी हरिहरानन्द, स्वामी परमानन्द, स्वामी ललितानंद गिरी, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत प्रमोद दास, स्वामी हरिचेतनानंद, सतपाल ब्रह्मचारी, स्वामी ज्ञानानन्द, स्वामी केशवानंद, स्वामी अनंतानंद, महंत शिवम महाराज सहित सभी तेरह अखाड़ों के संत महंत एवं पंडित अधीर कौशिक, कांग्रेस नेता राजेश रस्तोग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *