अमरीश
हरिद्वार, 3 नवंबर। व्यापारी नेता महानगर व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने सरकार से महंगाई व बेरोजगारी का सामना कर रहे आम लोगों को राहत देने के लिए बिजली, पानी के बिल तथा गृहकर माफ करने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में सुनील सेठी ने कहा कि सरकार ने आश्रमों, धर्मशाला व होटलों पर लगने वाले प्रदूषण टैक्स को वर्ष 2036 तक माफ कर दिया है। लेकिन बेरोजगारी व महंगाई का सामना कर रहे आम लोगों को कोई राहत नहीं दी है।
कोरोना के चलते किए गए लाॅकडाउन में व्यापारी वर्ग व आम नागरिक आर्थिक रूप से पूरी तरह टूट चुके हैं। उस पर लगातार बढ़ रही महंगाई ने स्थिति को ओर विकट बना दिया है। पिछले कई महीने से व्यापारी व आम नागरिक सरकार से बिजली, पानी के बिल, गृहकर व स्कूल फीस माफ करने की मांग कर रहे हैं।
इसको लेकर व्यापारिक संगठनों की ओर से सरकार को कई ज्ञापन भी भेजे गए। लेकिन सरकार राहत देने के बजाए नई गृहकर प्रणाली लागू कर गृहकर बढ़ाने की तैयारी कर रही है। जिससे मंदी, महंगाई व बेजगारी का सामना कर रहे लोगों की परेशानियां और बढ़ जाएंगी। उन्होंने कहा कि आश्रमों, होटल, धर्मशालाओं पर लगने वाले प्रदूषण सहमति टैक्स माफ करने के बाद सरकार को आम लोगों की भी सुध लेनी चाहिए। सरकार को कम से कम वर्ष 2020 के सभी टैक्स माफ करने ही चाहिए।