परमात्मा को प्राप्त करने का सबसे सरल उपाय है शिव महापुराण कथा-आचार्य आशीष शुक्ल

Dharm
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ब्यूरो


हरिद्वार, 20 जून। श्री राधा रसिक बिहारी मंदिर रामनगर ज्वालापुर में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन आचार्य आशीष शुक्ल महाराज ने बताया कि वैदिक सनातन धर्म को मानने वाला बिंदुक ब्राह्मण कुसंगत से पापी और अधम बन गया और चंचुला का भी कुसंगत के कारण पाप का घड़ा भर गया। जब अपने साथियों के साथ देव तीर्थ गोकर्ण में स्नान करने के लिए पहुंचा। तो वहां उसे शिव महापुराण कथा सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। चंचुला ने कथा में सुना जो स्त्री पर पुरुष के साथ रमन करती है। उसको लाखों वर्ष तक यमपुरी का कष्ट सहना पड़ता है।

कथा विराम होने पर चंचुला पंडित के पास जाकर रोते हुए कहने लगी मैंने भी पर पुरुष संग किया है और गलत मार्ग पर चलती रही हूं, तो मुझे बड़े कष्ट मिलेंगे। चंचुला की बात सुन ब्राह्मण ने बताया कि पापों का प्रायश्चित करना पड़ता है। शिव महापुराण कथा श्रवण के प्रभाव से पापी से पापी व्यक्ति भी पापों से मुक्त हो जाता है। जिस पर भोले बाबा की कृपा होती है। वो शिव लोक को प्राप्त होता है।
श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के संस्थापक भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान शिव के शरणागत होने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस अवसर पर मुख्य यजमान रानीपुर विधायक आदेश चौहान, राजकुमार अरोड़ा, गुलशन शर्मा, पीयूष गुप्ता, सुनीता माथुर, मधु श्रीवास्तव, अलका मिश्रा, रेनू अरोड़ा, रिंकू शर्मा, महेंद्र शर्मा, दीप्ति भारद्वाज, रीना जोशी, रिंकी भट्ट, संध्या भट्ट, शिवम ब्रह्म, रेनू शर्मा, किरण शर्मा, शिमला उपाध्याय सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।

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