तनवीर
हरिद्वार, 25 नवम्बर। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी नेता व उत्तराखंड क्रांति दल के संस्थापक पूर्व कैबिनेट मंत्री फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट का मंगलवार शाम शिवलोक स्थित उनके निज निवास में निधन हो गया। उनके निधन से उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दिवाकर भट्ट के निधन पर शोक व्यक्त किया है। दिवाकर भट्ट के पुत्र ललित भट्ट ने बताया कि दिवाकर भट्ट को मंगलवार को ही अस्पताल से घर लाया गया था। जहां शाम चार बजे उनका निधन हो गया। बुधवार को खड़खड़ी शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दिवाकर भट्ट उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के प्रमुख नेता थे और एक जुझारू योद्धा की तरह उत्तराखंड राज्य आंदोलन के लिए लड़े। 79 वर्षीय दिवाकर भट्ट काफी समय से बीमार चल रहे थे। पिछले 10 दिन वे देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में भर्ती थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इंद्रेश हॉस्पिटल में उनका हाल-चाल जानने गए थे। दिवाकर भट्ट 2007 से लेकर 2012 तक भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में उनकी प्रमुख भूमिका रही।
जनता ने उनके आंदोलनकारी चरित्र को देखते हुए उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि दी थी। उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए लंबा संघर्ष किया और उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के अग्रणी नेताओं में उनकी प्रभावशाली भूमिका रही। दिवाकर भट्ट उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद 2002 में गढ़वाल मंडल के कीर्ति नगर से विधानसभा का पहला चुनाव लड़े लेकिन हार गए। 2007 के विधानसभा चुनाव में दिवाकर भट्ट ने कीर्ति नगर से फिर चुनाव लड़ा और विधायक बनने के बाद उत्तराखंड में भाजपा की भुवनचंद्र खंडूरी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। उसके बाद डा.रमेश पोखरियाल निशंक की भाजपा सरकार में भी मंत्री रहे।
दिवाकर भट्ट के निधन की सूचना पर यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष रविंद्र वशिष्ठ, चौधरी ब्रजवीर सिंह, मनीराम बागड़ी, गंगाधर, कुलदीप, महेंद्र सिंह रावत, कांता प्रसाद थपलियाल, राकेश ममगई, राजीव देशवाल आदि सहित देहरादून, कोटद्वार आदि से बड़ी संख्या में समर्थक और यूकेडी कार्यकर्ता तरूण हिमालय शिवलोक स्थित आवास पहुंच गए और शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।


