तनवीर/राजकुमार पाल
सूर्यग्रहण को लेकर लाभ एवं दुष्प्रभाव की जानकारी देते ज्योतिषाचार्य नारायणी शिला मंदिर हरिद्वार के पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि अमावस्या पर जो ग्रहण पढ़ता है। वह सूर्य ग्रहण ही पड़ता है। सूर्य ग्रहण कि अवधि 4 घंटे 3 मिनट की है।सूर्य ग्रहण दोपहर 2:32 के अंदर हरिद्वार में लग जाएगा। संपूर्ण भारत में इस ग्रहण को देखा जा सकता है संपूर्ण भारत में इसका प्रभाव पड़ रहा है।सूर्य ग्रह ग्रहण शाम 6:33 पर पूर्णता हो जाएगा ।क्योंकि यह सूर्य ग्रहण है, इसलिए इसका सूतक 12 घंटे पहले ही लग जाएगा । यानी 24 अक्टूबर की रात 2:30 बजे इसका सूतक लग जाएगा।
सूर्य ग्रहण में विशेष रूप से कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सूर्य ग्रहण की शुरुआत में स्नान करके जप करना चाहिए। मध्य काल में हवन करे और ग्रहण के समाप्ति के बाद दान दे। उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण का प्रभाव अधिक है। सूर्य ग्रहण के मध्यकाल में काफी समय मिल रहा है। जिन लोगों को अपने गुरु से मंत्र मिले है उसका जाप करें। पंडित त्रिपाठी ने बताया कि हजारों मंत्रों का जाप करने के बाद जिसका फल प्राप्त होता है सूर्य ग्रहण में वही एक माला का जप करने से ही फल प्राप्त हो जाएगा।जिन लोगों की कुंडलियों में किसी भी प्रकार का ग्रहण,नंदी योग बनता है। उन्हें सूर्य ग्रहण के दौरान दान करने से बहुत लाभ मिलेगा और उनके जीवन में हमेशा वृद्धि होगी
राशियों पर ग्रहण की लाभ हानि
पंडित मनोज त्रिपाठी ने राशियों के अनुसार सूर्य ग्रहण का प्रभाव बताते हुए कहा कि मेष, वृष और धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण खराब है। उन लोगों को स्वास्थ्य लाभ कम होना जैसी चिंताएं हो सकती हैं। सिंह और कन्या राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण बड़ा लाभ लाभप्रद है। उन्हें हर प्रकार से लाभ प्राप्त होगा। यदि कोई मुकदमा है तो वह अति शीघ्र समाप्त हो सकता है।
इसी प्रकार तुला, वृश्चिक और धनु राशि के लिए सूर्य ग्रहण दुर्घटना और नुकसान का योग लेकर आ रहा है
।मकर कुंभ और मीन राशि वालों के लिए यह अल्प लाभ देगा, परंतु चिंताएं भी बनाएगा और रोग संबंधित चिंताएं भी हो सकती है।
सूर्य ग्रहण से इन प्रभाव से बचने के लिए अधिक से अधिक गरीब लोगों को अन्न दान करें।