तनवीर
हरिद्वार, 27 सितम्बर। आयुष मंत्रालय के अंतर्गत सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज तथा रीजनल आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान रानीखेत के संयुक्त तत्वावधान में पंतजलि आयुर्वेद कालेज में फार्माकोविजिलेंस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र में रीजनल आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान रानीखेत के सहायक निदेशक डा.ओम प्रकाश, पतंजलि आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डा.अनिल कुमार, उप प्राचार्य डा.गिरीश के.जे. तथा रीजनल आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान रानीखेत के अनुसंधान अधिकारी डा.तरुण कुमार मौजूद रहे। विशेषज्ञ वक्ताओं ने आयुर्वेदिक औषधियों के संभावित दुष्प्रभावों की पहचान, उनके दस्तावेजीकरण एवं चिकित्सकों में रिपोर्टिंग की संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
्आयोजकों ने बताया कि इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की वैज्ञानिकता एवं विश्वसनीयता को सुदृढ़ करेंगी, बल्कि रोगियों के हित में सुरक्षित उपचार सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होंगी।