काल भैरव की पूजा करने से होता है पापों का शमन-स्वामी मोतीराम

Haridwar News
Spread the love

गौरव रसिक


हरिद्वार, 27 नवम्बर। श्री काल भैरव अष्टमी के अवसर पर टीबड़ी फाटक स्थित शनि मंदिर में पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण की कामना की गई। इस अवसर पर हिंदू रक्षा सेना के उत्तराखंड प्रदेश संयोजक स्वामी मोतीराम महाराज ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति काल भैरव की पूजा अर्चना करता है। उसके जन्म जन्मांतर के पापों का शमन हो जाता है और जीवन में सुख समृद्धि का वास होता है। साथ ही उसे भगवान शिव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। क्योंकि काल भैरव भगवान शिव के ही रौद्र रूप हैं।

जिनकी पूजा करने वाले व्यक्ति पर कोई भी आसुरी शक्ति हावी नहीं हो सकती। भगवान काल भैरव भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। भय के भक्षक और जग के रक्षक भगवान काल भैरव की कृपा जीवन में आने वाली सभी नकारात्मक शक्तियों का अंत करती है। शत्रु हो या बाधा सभी को दूर कर भगवान काल भैरव कृपा प्रदान करते हैं। हिंदू रक्षा सेना के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक भारद्वाज ने कहा कि भगवान काल भैरव धन और यश की कामनाओं को पूर्ण करते हैं। काल भैरव भगवान शिव का ही अत्यंत प्रबल और प्रचंड स्वरूप हैं।

जिन की शरण में जाने वाले भक्तों का उद्धार निश्चित तौर पर होता है। भगवान काल भैरव की पूजा से दुख संकट दूर होते हैं और शत्रुओं पर व्यक्ति को विजय प्राप्त होती है और उसमें सकारात्मक ऊर्जा और शक्ति का संचार होता है। वास्तव में भगवान भैरव के सच्चे भक्तों को सताने वाले व्यक्ति को संसार में कहीं भी जगह नहीं मिलती और उसे भगवान काल भैरव के क्रोध का सामना करना पड़ता है।

इसलिए सभी को प्रेम एवं सद्भावना का मार्ग अपनाते हुए सत्य को ही परम तत्व मानना चाहिए और प्रभु भक्ति में लीन रहकर उनकी उपासना करनी चाहिए। क्योंकि धर्म के मार्ग पर अग्रसर रहकर ही परमात्मा की प्राप्ति की जा सकती है और परमात्मा की शरण में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार हो जाता है।

इस अवसर पर हिंदू रक्षा सेना के जिला अध्यक्ष अभिनव भारद्वाज, अमित चैहान, अरुण शर्मा, गौरव भारद्वाज, अविनाश पांडे, प्रदीप त्यागी, अनिल गुप्ता, संजय शर्मा, सोनू, अंश, रघुवीर सिंह, अमर, बाबूराम, विपुल डंडरियाल, मयंक गर्ग, आदि शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *