ब्यूरो
महिला आयोग ने लिया था घटना का स्वतः सज्ञान
हरिद्वार, 4 सितम्बर। जिला महिला अस्पताल में गर्भवती महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार का मामला थमने का नाम नहीं के रहा है। मामले में महिला चिकित्सक समेत अन्य चिकित्सा कर्मियों पर मरीज से अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगा था। शनिवार को महिला आयोग की सदस्य कमला जोशी ने महिला अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। कमला जोशी ने बताया कि डॉक्टर, नर्स और आशा वर्कर से पूरे प्रकरण की जानकारी ली गई है। जानकारी के आधार पर जल्द मामले की विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।
जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस घटना का आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। जिसके बाद उन्होंने यहां पहुंचकर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कहा कि गर्भवती महिला की डिलीवरी फर्श पर नहीं बल्कि बेड पर हुई है। सोशल मीडिया पर फर्श पर डिलीवरी की बात पूरी तरह से गलत है। कहा कि जच्चा बच्चा दोनों स्वास्थ्य हैं और आगे कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। सीएमओ डा.आरके सिंह ने कहा कि महिला आयोग जो भी जांच रिपोर्ट देगा, उस पर दोबारा कार्रवाई की जाएगी।
मामले में दोषी ठहराई गई महिला डा.सलोनी पंथी ने कहा कि अमानवीय व्यवहार की बात पूर्ण रूप से गलत है। उन पर लगाए गए अभी आरोप निराधार है। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आरके सिंह, जिला अस्पताल के पीएमएस डा. आरवी सिंह, मेला अस्पताल के सीएमएस डा.राजेश गुप्ता, एसीएमओ डा.रमेश कुंवर समेत अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद रहे।