तनवीर
हरिद्वार, 7 अक्तूबर। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवी आलोक कुमार पाण्डेय को माय भारत राष्ट्रीय सेवा योजना पुरूस्कार से सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आलोक कुमार पांडेय को पुरूस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में देसंविवि को परिवार के साथ अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
देसंविवि के अभिभावक डा.प्रणव पण्ड्या व शैलदीदी, कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव बलदाऊ सहित विवि परिवार ने आलोक कुमार को बधाई दी। आलोक पाण्डेय ने डिजिटल साक्षरता, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना, डिजिटल इंडिया जैसे जनकल्याणकारी अभियानों के प्रति जन जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई। जल संरक्षण (आकल प्रयोग), प्लास्टिक मुक्त भारत और स्वच्छता अभियान जैसे अभियानों को भी सक्रिय नेतृत्व प्रदान किया।
उन्होंने अपने एनएसएस कार्यकाल में समाजहित एवं राष्ट्रहित में अनुकरणीय योगदान दिया और विश्वविद्यालय के आदर्शों को जीवंत करते हुए मानव सेवा के विविध क्षेत्रों में प्रेरणादायक कार्य किए। आलोक ने 710 पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाने में योगदान दिया। साथ ही अनेक रक्तदान शिविर का आयोजन कर समाज को रक्तदान के महत्व से अवगत कराया और स्वयं पांच बार रक्तदान कर सेवा का आदर्श प्रस्तुत किया।
इस उपलब्धि पर देसंविवि के प्रतिकुलपति डा.चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि आलोक पांडेय ने एनएसएस में निस्वार्थ सेवा, अनुशासन एवं समर्पण के माध्यम से देव संस्कृति विश्वविद्यालय के मूल्यों को उजागर किया है। यह पुरस्कार युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत की तरह काम करेगा। विवि के एनएसएस समन्वयक डा.उमाकांत इंदोलिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह पुरस्कार गर्व की बात है, जो सभी स्वयंसेवकों को और अधिक निष्ठा व समर्पण से समाज सेवा में योगदान हेतु प्रेरित करेगा।