तनवीर
हरिद्वार, 30 जनवरी। वन विभाग की टीम ने मॉनिटर लिजर्ड के अंगों के साथ वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार किया है। तस्कर के कब्जे से 4 नग हत्था जोड़ी (मॉनिटर लिजर्ड के अंग) बरामद हुए है।. मॉनिटर लिजॉर्ड को गोह के नाम से भी जाना जाता है। विशालकाय छिपकली जैसे दिखने वाले इस जीव के अंगों का इस्तेमाल शारीरिक ताकत बढ़ाने के साथ तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और टोटके में भी होता है। मुखबिर की सूचना पर बुधवार को हरिद्वार वन प्रभाग की टीम ने बस स्टैंड के पास से वन्य जीव तस्कर को गोह के अंगों के साथ गिरफ्तार किया है। हरिद्वार रेंज अधिकारी शैलेंद्र नेगी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर हरिद्वार बस स्टैंड के पास से गौरव शर्मा पुत्र शिवनारायण शर्मा निवासी रुड़की को चार नग मॉनिटर लिजर्ड के हेमी पेनिस के साथ पकड़ा है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रंेज अधिकरी ने बताया कि आरोपी पढ़ा लिखा है ओर यूट्यूब चैनल चलाता है। उसने मॉनिटर लिजर्ड के अंग किसी अन्य से खरीदे थे और आगे इन्हें बेचने की फिराक में था। वन विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि आरोपी कब से वन्य जीव तस्करी में शामिल है। साथ ही उसके संपर्को का भी पता लगाया जा रहा है। मॉनिटर लिजर्ड को गोह के नाम से भी जाना जाता है। ये जीव छिपकली की तरह दिखता है। लेकिन इसकी लंबाई और वजन छिपकली से कई गुना ज्यादा होता है। रेंज अधिकारी शैलेंद्र नेगी ने बताया कि मॉनिटर लिजर्ड भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथासंशोधित 2023 के अनुसूची-1 में दर्ज है।
हरिद्वार वन प्रभाग द्वारा आमजन से अपील की गई है कि वन्यजीवों एवं वन्यजीवों के अंगों की तस्करी वन अपराध की श्रेणी के अंतर्गत आता है। कुछ व्यक्तियों द्वारा लोगों को गुमराह कर वन्य जीव के अंगों का पूजा-पाठ आदि में उपयोग किए जाने की सलाह दी जाती है। जो कि भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथासंशोधित 2023 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। यदि कोई व्यक्ति वन्य जीव अंग तस्करी जैसी अवैध गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है, तो उसकी सूचना वन विभाग या निकट वन चौकी को दें।


