राहत अंसारी
आप कार्यकर्ताओं ने किया स्व.श्रीदेव सुमन को नमन
युवाओं के प्र्रेरणा स्रोत हैं श्रीदेव सुमन-नरेश शर्मा
हरिद्वार, 25 मई। महान क्रांतिकारी अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन की जयंती पर आप कार्यकर्ताओ ने पार्टी कार्यालय पर उन्हें याद करते हुए जयंती मनाई।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने श्रीदेव सुमन के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि श्रीदेव सुमन ने राजशाही के खिलाफ आंदोलन करते हुए शहादत दी। वह उत्तराखण्ड के पहले आंदोलन क्रांतिकारी थे। मात्र 29 वर्ष की आयु में टिहरी रियासत और अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ लड़ते हुए 84 दिन के कठिन आमरण अनशन के बाद उन्होंने शहादत दी।
श्रीदेव सुमन एक क्रांतिकारी नेता के साथ समाज सुधारक भी रहे। जिन्हें गढ़वाल का भगत सिंह भी कहा जाता है। उन्होंने कहा था कि यदि मरना ही है तो अपने सिद्धांतों और विश्वास की सार्वजनिक घोषणा करते हुए मरना ही श्रेयस्कर है। श्रीदेव सुमन जैसे वीर क्रांतिकारी बलिदानी आज ये युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।
पूर्व प्रभारी संजय सैनी के कहा कि उत्तराखण्ड की धरती में एक ऐसे महान क्रांतिकारी बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ पत्रकार और जननायक ही नही बल्कि टिहरी की ऐतिहासिक क्रांति के महानायक थे। आप नेता अनिल सती ने कहा कि उनकी शहादत व्यर्थ नही गयी। अपने जीते जी न सही अपनी शहादत के बाद वह अपने मकसद को पूरा कर गए। उनकी शहादत का इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि उनके बलिदान के बाद टिहरी राज्य आंदोलन और तेज हो गया।
जनता ने राजशाही का खुला विद्रोह कर दिया जिसके परिणामस्वरूप टिहरी रियासत को प्रजामंडल को वैधानिक करार करने पर मजबूर होना पड़ा। ऐसे महान क्रांतिकारी समाजसेवी बलिदानी नेता को कोटि कोटि नमन करते है। इस अवसर पर नरेश शर्मा, संजय सैनी, अनिल सती, श्रवण गुप्ता, डा. यूसुफ, खालिद हसन, संजू नारंग, मयंक गुप्ता, सेवाराम, प्रवीण कुमार, आशीष गौड़, पवन कुमार, एड्वोकेट शहजाद, अशोक कुमार, किरण पाल सिंह, सुखपाल सिंह, खलील राणा, शमशाद, मोतिन अब्बासी, शमसाद मालिक, संजय गौतम आदि दयाराम मौजूद रहे।