तनवीर
हरिद्वार, 7 दिसम्बर। इएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.केपीएस चौहान ने कहा कि एआई एंड रैटिना स्केनिंग (आईरिस एनालिसिस) मानव जीवन को सुरक्षित रखने की महत्वपूर्ण तकनीक है। इएमए के प्रदेश कार्यालय शिमला बाईपास रोड मेहूवाला माफी देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष डा.मुकेश चौहान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.केपीएस चौहान ने कहा कि एआई एंड रैटिना स्केनिंग शारीरिक अंगों के स्वास्थ्य का चित्रण है। आंखों में स्थित आइरिस पार्ट शरीर के अंगों के फिजियोलॉजिकल असामान्य कार्य को दर्शाने के साथ ही भूत, भविष्य और वर्तमान स्थिति को भी बताता है।
इलेक्ट्रोहोम्योपैथी में रोगी की चिकित्सा में उपयोगी प्रकृति का भी पता आईरिस एनालिसिस से ही चलता है। आईरिस एनालिसिस से रोगी का डोमिनेंस, अनुवांशिक कारण तथा गंभीर बीमारी होने का पूर्वानुमान भी स्पष्ट हो जाता है। आईरिस एनालिसिस मानव जीवन को सुरक्षित रखने की महत्वपूर्ण तकनीक है और यह इलेक्ट्रोहोम्योपैथी का रोग निदान का टूल है। डा.चौहान ने कहा कि सभी चिकित्सक अपने ही सिस्टम की हर्बल स्पेजरिक मेडिसिन एवं नैदानिक तकनीक आईरिस एनालाइसिस डायग्नोसिस का उपयोग अपने प्रतिष्ठानों में करके रोगियों को लाभान्वित करें, क्योंकि इलेक्ट्रोहोम्योपैथी स्पेजरिक मेडिसिन तथा आइरिस एनालाइसिस (रैटिना स्केनिंग) डायग्नोसिस का मानव शरीर पर कोई साईड इफैक्ट नहीं होता है।
डा.चौहान ने बताया कि आगामी 11 जनवरी को इलेक्ट्रोहोम्योपैथी के अविष्कारक काउंट सीजर मैटी की 217वीं जन्म जयंती राष्ट्रीय इलेक्ट्रोहोम्योपैथी दिवस के रुप में हरिद्वार स्थित इएमए कैम्पस बालाजी इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस के सभागार में मनाई जायेगी ।
बैठक मे राष्ट्रीय महासचिव डा.एनएस टाकुली, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी डा.ऋचा आर्य, डा.सीपी रतूड़ी, डा.डीसी चमोला, डा.एमएस कश्यप, डा.ज्ञानेशवर शर्मा, डा.एसके द्विवेदी, डा.कमलेश खंडूरी, डा.अब्दुल गफफुर, डा.आदर्श शर्मा आदि उपस्थित रहे।


