तनवीर
हरिद्वार, 19 अक्टूबर। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार अपराध नियंत्रण संगठन क्राइम मुक्त भारत के तत्वाधान में समाजसेवा में योगदान करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया। जगजीतपुर में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए संगठन के चेयरमैन कार्तिक कुमार ने कहा कि बदलाव के प्रतीक युवा देश का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को पाश्चात्य संस्कृति के बजाए भारतीय परंपरांओं का अपनाना चाहिए। पढ़ा लिखा शिक्षित युवा ही देश व समाज की तरक्की में योगदान कर सकता है।
कोरोना के चलते किए गए लाॅकडाउन के दौरान जब सभी आर्थिक गतिविधियां बंद हो गयी थी। उस दौरान युवा वर्ग ने अपने अपने तरीके से जरूरतमंदों की मदद करने में उल्लेखनीय योगदान किया। ऐसे युवाओं का सभी का सम्मान करना चाहिए। जिससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिले। उन्होने कहा कि युवा वर्ग मानवाधिकारों के संरक्षण में भी सक्रिय योगदान कर रहा है।
युवा वर्ग को नशे से दूर रहकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की भी आवयकता है। क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ विचारों का उदय होता है। पूर्व राज्यमंत्री जयपाल सिंह ने कहा कि युवा वर्ग ही देश की दशा व दिशा बदल सकता है। भारत विश्व में सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश है। समाजसेवा में योगदान के साथ कुरीतियों को दूर करने में भी सहयोग करें। आज महिला सुरक्षा एक बड़ी समस्या बन गयी है। युवा वर्ग महिला सुरक्षा में अहम योगदान कर सकता है। जिलाध्यक्ष आर्यन गुप्ता ने बताया कि संगठन का उद्देश्य युवा वर्ग का मार्गदर्शन व सबके सहयोग से समस्याओं का निस्तारण करना है। क्षेत्र के तमाम युवा अपने अपने तरीके से समाजसेवा में योगदान कर रहे हैं।
ऐसे में उनका उत्साहवर्द्धन किया जाना जरूरी है। कार्यक्रम में समाजसेवी डा.विशाल गर्ग, मानसी मिश्रा, अंजलि महेश्वरी, डा.राजेंद्र राणा, नेहा मलिक, पंडित अधीर कौशिक आदि को कोरोना महामारी के दौरान किए गए लाॅकडाउन में उनकी सामाजिक सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रीतम देशभक्त, विकास कुमार, अरविंद पाण्डे, शुभम गुप्ता, अंकित राठौर आदि मौजूद रहे।