अमरीश
हरिद्वार, 12 अप्रैल। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी ने कहा कि कुंभ स्नान पर इतनी परेशानी की उम्मीद किसी को नही थी। सड़कें खाली होने के बावजूद स्थानीय निवासियों आवाश्यक सामग्री की पूर्ति करने वाले अखबार, दूध, सब्जी, गैस विक्रेताओं के न पहुंचने से भारी परेशानी उठानी पड़ी। प्रसाशन द्वारा जारी पास को भी बैरियरों पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कोई तवज्जो नही दी। श्रद्धालुओ को हरिद्वार सीमा में घुसने पर पाबंदी लगाकर कई किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया।
ऋषिकेश से हरिद्वार तक ओर ज्वालापुर से हरिद्वार तक दोपहिया वाहनों तक की एंट्री बंद कर दी गई। पार्किंग खाली पड़ी रही। बैरियरों पर ऐसी व्यवस्था बनाई गई। जिससे स्थानीय निवासियों को इमरजेंसी कार्यो के लिए भी परेशान होना पड़ा। श्रद्धालुओ के आवागमन पर रोकटोक की वजह से व्यापारियो की उम्मीदों पर पानी फिर गया। उधार लेकर दुकानों में माल भरने वाले व्यापारियों कर्ज की अदायगी को लेकर चिंता में पड़ गए हैं। जिस प्रकार से स्नान पर प्रतिबंध लगाकर जनता को परेशानी झेलनी पड़ी। ऐसी उम्मीद किसी को नही थी। इससे बेहतर था कि हरिद्वार को लाॅकडाउन कर दिया जाता।