प्रमोद गिरि
हरिद्वार, 25 सितम्बर। कांग्रेस नेता पंडित वेदान्त उपाध्याय ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश मे बढती बेरोजगारी को लेकर सरकार को बेरोजगार युवाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है। जिस तरह से उत्तराखंड राज्य मे डबल इंजन की सरकार है। यदि डबल इंजन की तरह विकास किया होता तो आज प्रदेश का युवा बेरोजगार नही होता। देश में युवाओ की संख्या सर्वाधिक है और निश्चित ही देश के युवाओ ने नरेंद्र मोदी को इसलिए चुना ताकि उन्हें रोजगार मिल सके। लेकिन इसके विपरीत सब हो रहा है। देश में चौदह करोड़ से ज्यादा युवा बेरोजगार है।
सरकार देश की समस्त बड़ी योजनाओ का निजीकरण करने में लगी है और युवा अपनी आवाज उठाता है तो सरकार उस पर झूठे मुकदमे कर उसे जेल में डालने का काम करती हे। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया था। परन्तु आज सरकार को 6 वर्ष से ज्यादा का समय हो गया है। उस हिसाब से सरकार को अब तक 12 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। परन्तु रोजगार तो दूर आज की स्थिति तो चार गुना ज्यादा बेरोजगारी की सख्यां बढती जा रही है। वेदान्त उपाध्याय ने कहा कि आज देश का युवा सडकों पर उतरकर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहा है। लेकिन सरकार के कान मे जूं तक नही रेगं रही है। निश्चित देश के युवाओं के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। ऐसी बेरोजगारी के बढते भ्रष्टाचार ओर लूटपाट बढती जा रही है। जिसके तहत सरकार को बढती बेरोजगारी को देखते हुए जल्द से जल्द इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।
कोरोना वायरस के चलते लाखों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पडी हैं। आज बेरोजगार युवाओं के सामने एक वक्त की रोटी के लाले पड गए हैं। जहां एक तरफ युवाओं पर रोजगार का संकट आ खडा हुआ है वहीं दूसरी ओर सरकार से भी राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही रही है। बेरोजगारी के साथ साथ व्यापार पर भी कोरोना कि मार देखने को मिल रही है। परन्तु सरकार कि ओर से कैसी भी राहत नही मिल रही है।
जहां एक तरफ व्यापारियों का व्यापार खत्म हो गया है वही दूसरी ओर पानी व बिजली के बढते बिलो पर भी कोई राहत नही मिल रही है। ऐसे मे बेरोजगार युवाओं ओर व्यपारियो के सामने केवल आत्मदाह करने के अलावा ओर कोई विकल्प नहीं रहा है। परन्तु सरकार को जल्द से जल्द बढती बेरोजगारी को दूर करने का प्रयास करना होगा। साथ ही व्यापारियों के व्यापार के लिए भी सरकार कोई ठोस कदम उठाए। जिससे व्यापारियों का व्यापार चल सके ओर बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।