कमल खडका
लागू नहीं होने दी जाएगी ठेका प्रथा-रवि बहादुर
हरिद्वार, 4 अगस्त। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ शाखा गुरूकुल कांगड़ी विवि के सफाई कर्मचारियों के धरने को समर्थन देने पहुंचे यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि बहादुर, शाहनवाज कुरैशी, सुमित भाटिया, वसीम सलमानी, कैस खुराना ने सफाई कर्मचारियों की मांगों को अपना समर्थन दिया। धरने का संबोधित करते हुए रवि बहादुर ने कहा कि सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले चार दिन से धरना दे रहे हैं।
लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन संविदा कर्मचारियों की मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सफाई कर्मचारी ठेका प्रथा समाप्त करने तथा मृतक आश्रितों को सेवा में लेने तथा रिक्त पदों पर स्थाई नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। प्रबंधिका सफाई कर्मचारियों की जायज मांगों को भी दरकिनार कर रहा है। सफाई कमचारियों के साथ भेदभावपूर्ण नीति अपनायी जा रही है। एक ओर तो देश के प्रधानमंत्री सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मान करने की बात कर रहे हैं। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन सफाई कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। बीस वर्षो से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को ठेका प्रथा पर लाने की कोशिशें की जा रही है।
जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मेयर प्रतिनिधि वसीम सलमानी व शाहनवाज कुरैशी ने कहा कि सफाई कर्मचारी कोरोना काल में अपनी बेहतर सेवाएं आमजनमास को दे रहे हैं। विवि परिसर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में सफाई कर्मचारी योगदान करते हैं। एक अगस्त से सफाई कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों के समक्ष परिवार के भरण पोषण की समस्याएं भी बनी हुई हैं। संविदा कर्मचारियों को स्थाई करने के बजाए ठेका प्रथा के अधीन करने की कोशिशें विवि प्रशासन कर रहा है। विवि प्रशासन की कर्मचारी विरोधी नीतियों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
कैश खुराना व सुमित भाटिया ने कहा कि श्रमिकों का शोषण किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ठेका प्रथा पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए। सफाई मजूदर संघ के शाखा अध्यक्ष संजय कुमार व महामंत्री सोनू कुमार ने कहा कि इक्कीस माली, पचास सफाई कर्मचारी विवि में संविदा पर कार्यरत हैं। विवि प्रशासन संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों को ठेका प्रथा के अधीन लाना चाहता है। 25 जुलाई से कार्यबहिष्कार कर कर्मचारी ठेका प्रथा का विरोध कर रहे हैं। एक अगस्त से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसके बावजूद विवि प्रशासन ने अब तक कर्मचारियों से वार्ता तक करना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि विवि प्रशासन की कर्मचारी विरोधी नीतियों को कामयाब नहीं होने दिया। गुरूकुल विवि में किसी भी कीमत पर ठेका प्रथा लागू नहीं होने दी जाएगी। धरना देने वालों कर्मचारियों में ब्रजमोहन शर्मा, जोनी, प्रवीण, मुकेश, सागर, विशाल, संदीप, सतपाल, सुनील, सुधीर, हरेंद्र, आकाश, सुधीर, दीपू, दीपक, मोनू आदि शामिल रहे।
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