कमल खडका
सड़क के गड्ढे बने मुसीबत
हरिद्वार, 29 अगस्त। देशरक्षक तिराहे मार्ग की खस्ता हालत होने से वाहन चालकों को भारी सुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर पत्थर फैले हुए हैं। सड़क के गड्ढे आये दिन दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं। तिराहे का हालत बद से बदतर हो चली है। क्षेत्र के लोग सड़क निर्माण की मांग काफी समय से करते चले आ रहे हैं लेकिन निर्माण कार्य अधर लटके हुए है। जगजीतपुर का यह मार्ग 24 घंटे छोटे-बड़े वाहनों से पटा रहता है लेकिन जन प्रतिनिधि एवं प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सड़क के गड्ढे लोगों के लिए दिक्कतों का सबब बनी हुई है। कांगे्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने कहा कि भाजपा के जन प्रतिनिधि विकास कार्यों में कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। जनता की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं है। हाइवे से लेकर समस्त हरिद्वार की सड़कें खुदी हुई है लेकिन निर्माण कार्यों में कोई भी तेजी नहीं आ पा रही है।
सड़क के गड्ढे नासूर बन गये है। बाहर से आने वाले वाहन चालक भी सड़कों की खस्ता हालत से खासे परेशान है। हाइवे मार्ग अधर में लटका हुआ है। कुम्भ मेला सर पर है लेकिन निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की कोई तेजी नहीं आ रही है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, हरिद्वार सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक धर्मनगरी की जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं। राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार जन समस्याओं के निराकरण में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। उन्हांेने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
धर्मनगरी की सड़कें जगह-जगह खुदी पड़ी है। आम जनमानस सड़कों की निर्माण की मांग काफी अर्से से करता चला रहा है लेकिन कोई भी इसकी सुध लेने को तैयार नहीं है। कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है। डंेंगू का प्रकोप भी बना हुआ है। स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल है। सरकारी अस्पतालों में लोगों को सही उपचार नहीं मिल रहा है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं से हरिद्वार की जनता वंचित हो रही है।
बार-बार बिजली के कट लग रहे है। व्यापारी बिजली के गुल रहने से आर्थिक परेशानियों को झेलने को मजबूर हैं। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि भाजपा के जन प्रतिनिधियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। देशरक्षक तिराहे मार्ग पर जगह-जगह गड््ढे, बड़े पत्थर फैले पड़े है। रात्रि में वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। डबल इंजन की सरकार विकास के दावे बड़े-बड़े तो करती है लेकिन धरातल पर विकास होता नजर आ रहा है। निर्माण कार्य अधर में लटके हुए है। क्षेत्रवासी बार-बार सड़कों की निर्माण की मांग करते चले आ रहे हैं।