सूबे का प्रथम ‘भक्त दर्शन उच्च शिक्षा’ गौरव पुरस्कार से सम्मानित हुए कैप्टन डॉ. सतेन्द्र कुमार 

Haridwar News
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अरविंद

ऋषिकेश, 01 नवम्बर। श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष, एनसीसी ए.एन.ओ. तथा रोवर के प्रभारी डॉ. सतेन्द्र कुमार को त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार व डॉ. धन सिंह रावत शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकार, डॉ. कुमकुम रौतेला निदेशक उच्च शिक्षा, आनन्द वर्द्धन प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, विनोद चमोली विधायक धर्मपुर की गरिमामयी उपस्थिति में दून विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में सूबे का प्रथम ‘भक्त दर्शन उच्च शिक्षा’ पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।

उच्च शिक्षा विभाग का उच्च सम्मान प्रदेश के चार उच्च प्रोफेसरों को मिला है जिनमें से एक ऋषिकेश परिसर के सबसे युवा प्रोफेसरों में डॉ. सतेन्द्र कुमार हैं जिनको साहित्य, भाषा और संस्कृति के विभन्न विषयों द्वारा उच्च शिक्षा का प्रसार करते हुए शिक्षण कार्य में आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिये किये गए अभिनय प्रयास के फलस्वरूप भक्त दर्शन उच्च शिक्षा अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. सतेन्द्र कुमार को यह पुरस्कार साहित्य, भाषा एवं संस्कृति के विभन्न विषयों तथा अंग्रेजी साहित्य पर लिखी 40 पुस्तकों पर दिया गया।
गौरतलब है कि डॉ. सतेन्द्र कुमार को हाल ही में शिक्षा दिवस के अवसर पर दिव्य हिमगिरि द्वारा भी 2020 के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक से नवाजा गया। डॉ. सतेन्द्र कुमार ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार से डॉ. श्रवण कुमार के निर्देशन में ‘मैथ्यू अर्नाल्ड’ पर अपनी शोध की है तत्पश्चात 1998 से 2005 तक नर्वाेदय विद्यालय में अपनी सेवाएं दी है। प्रथम आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग में चयनित होने के पश्चात आपने रोवर विभाग में उच्च शिक्षा के प्रथम शिक्षक बने जिन्होंने असिस्टेंट लीडर प्राप्त कर उच्च शिक्षा के शिक्षकों को प्रशिक्षण देना शुरू किया।

आपके निर्देशन में प्रत्येक वर्ष एनसीसी के कैडेट्स आरडीसी, टीएससी, निम आदि में प्रतिभाग कर सूबे के गौरव बढ़ाते है। आपके निर्देशन में डीजी एनसीसी व एडीजी एनसीसी अवार्ड से भी कैडेट्स को नवाजा जा चुका है। आपको 2010 में मधुसुदन अवार्ड, 2012 में भारत शिक्षा रत्न, 2014 में मेरठ रत्न, 2016 में उत्तराखंड रत्न, मदन मोहन मालवीय सम्मान और 2020 में शिक्षक ऑफ द ईयर आदि पुरुस्कार से नवाजा जा चुका है। आपने 100 से भी अधिक अंतराष्ट्रीय/राष्टीय सेमिनार में प्रतिभाग किया है एवं पांच राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की है। आपके निर्देशन में 4 छात्र पीएचडी, 3 छात्र एमफिल व 31 छात्र लघु शोध कर चुके हैं।

इस दौरान कैंपस निर्देशिका डॉ. सुधा भारद्वाज, पिथौरागढ़ महाविद्यालय प्रचार्य डॉ. अशोक नेगी, पूर्व निर्देशक डॉ. एनपी महेशवरी, प्रो. सुषमा गुप्ता, प्रो. गुलशन ढींगरा, डॉ. प्रीतपाल, डॉ. दयाधर दीक्षित, मयंक रैवानी व महाविद्यालय ऋषिकेश के छात्र संघ अध्यक्ष अनुराग पयाल, सौरभ राणा आदि पदाधिकारी ने बधाई प्रेषित कर हर्ष जताया है।

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