तनवीर
हरिद्वार, 26 नवम्बर। भेल अनुसूचित जाति एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। भेल सेक्टर 1 स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर भवन में आयोजित कार्यक्रम का मुख्य अतिथी लोकसेवा आयोग के पूर्व सदस्य डा.सुमेरचंद रवि, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुदेश बुर्चा ने डॉ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण प दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर डॉ.सुमेर चंद रवि ने कहा कि भारत के लोगों को यदि खुशहाली, सम्मान एवं प्रेम सहयोग का जीवन जीना है तो भीमराव अंबेडकर के विचारों को जीवन में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाया गया संविधान 26 नवंबर 1949 को राष्ट्र को समर्पित किया गया। भारतवर्ष का संविधान विश्व का सर्वोच्च संविधान माना गया है। जिसमें रोजगार, महिलाओं के अधिकार आदि को प्राथमिकता दी गई।
पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के वकील सुदेश बुर्चा ने कहा कि बाबा साहब ने भारत के संविधान का मसौदा महात्मा बुद्ध के धम्म पंचशील को ही भारत का संविधान के प्रस्तावना में रखा है। प्रस्तावना भारत के संविधान की आत्मा है जिसे छेड़ा नहीं जा सकता और ना ही बदला जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ब्रह्मपाल सिंह, रवि कांत बंधु ने कहा कि बाबासाहेब के राजनीतिक संघर्ष को आगे बढ़ाना चाहिए। जिससे समस्त समस्याओं का समाधान हो सके।
सीपी सिंह और राजेंद्र श्रमिक ने कहा कि बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाना चाहिए। बाबा साहब ने सभी को एक समान अधिकार दिए। जिसका अनुसरण होना चाहिए। इस अवसर पर आर यू प्रसाद, संत कुमार, भान पाल सिंह, जयपाल सिंह, पीएल कपिल, जगपाल सिंह, मनजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सोम पाल सिंह, भंवर सिंह, नित्यानंद राम, डॉ पवन कुमार, रवि कांत बंधु आदि उपस्थित रहे।