नौशाद खान
हरिद्वार, 18 मार्च। लक्सर तहसील के अंतर्गत आने वाले विभिन्न गांवों में बिजली विभाग ने छापामार कार्रवाई करते हुए लगभग 1 दर्जन से अधिक कनेक्शन काट दिए हैं। विभाग की इस कार्रवाई से किसानों में रोष बना हुआ है। एक तरफ किसान कुदरत की मार झेल रहे हैं। दूसरी और बिजली विभाग की मार। मुस्तकीम, रियासत, जिशान, लाला आदि किसानों का कहना है कि बिना आदेश के की जा रही बिजली विभाग की कार्रवाई से उनकी परेशानी बढ़ गयी है। बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से फसलें तबाह होने पर किसान मुआवजे की मांग कर हैं। इस संबंध में प्रशासन को कई ज्ञापन भी दिए गए हैं। लेकिन बिजली विभाग की कार्रवाई से उनकी परेशानी और बढ़ गयी है।
विद्युत विभाग बकायेदारों अथवा चोरी से बिजली जलाने वालों के खिलाफ नियमित रूप से कार्यवाही करता है। परंतु इस बार किसानों के ओलावृष्टि में फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे के ज्ञापन देने के बावजूद भी खेतों में टयूबवेल आदि के कनेक्शन काट दिए गए। जब किसानों ने ट्यूबवैल के कनेक्शन काटने का कारण बिजली विभाग के अधिकारियों से पूछा तो कोई भी जवाब बिजली विभाग के कर्मचारी नहीं दे पाए। शकील, वकील, शमीम, इरशाद, बिसमपाल आदि किसानों का कहना है कि हरिद्वार जनपद में बड़े-बड़े स्टोन क्रेशर व फैक्ट्रियों पर करोड़ों के विद्युत बिल बकाया चले आ रहे हैं। बड़े बकाएदारों के खिलाफ विद्युत विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता। परंतु अन्नदाता किसान पर 1 महीने का बिल बकाया होने पर ही विद्युत विभाग कनेक्शन काटने की कार्रवाई कर रहा है। जिससे सरकार की किसान नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं।