भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा.विशाल गर्ग ने लिया संतों से आशीर्वाद

Haridwar News
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तनवीर

हरिद्वार, 31 अक्तूबर। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग ने कनखल स्थित जगद्गुरू आश्रम के परमाध्यक्ष शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज, जूना अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज आदि संत महापुरूषों से भेंटकर आशीर्वाद लिया।

डा.विशाल गर्ग को आशीर्वाद व शुभकामनाएं प्रदान करते हुए शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि सत्यनिष्ठा के साथ समाज व मानव कल्याण में योगदान करना ही राजनीति है। उन्होंने कहा कि समाज के वंचित व जरूरतमंदों की सेवा करते हुए उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करें। जूना अखाड़े के आचार्य महाण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि ईमानदार, शिक्षित व कर्मठ लोगों के राजनीति में आने से ही जनसामान्य की समस्याएं दूर होंगी ओर देश की दशा व दिशा बदलेगी।

कर्मठ, ईमानदार छवि के डा.विशाल गर्ग अवश्य ही समाज सेवा का संदेश राजनीति के माध्यम से देंगे। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सत्य निष्ठा व लगन से किसी भी मुकाम को पाया जा सकता है। सर्वसमाज के हितों को लेकर बिना किसी भेदभाव के लोगों की सेवा में तत्पर रहने वाले डा.विशाल गर्ग ने कोरोना काल में जरूरतमंदों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के रूप में हरिद्वार के जनसामन्य की समस्याओं को पार्टी व सरकार के समक्ष रखने में विशाल गर्ग योगदान देंगे।

निरंजनी अखाड़े के आचार्य महाण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि साफ छवि के युवाओं के आगे आने से ही राजनीति की तस्वीर बदलेगी। संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा कि समाज को दिशा देने वाले संत महापुरूषों के आशीर्वाद व सत्ता तथा धर्म के समन्वय से राष्ट्र कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा।

उन्होंने कहा कि संतों के तप बल से ही देवभूमि के रूप में उत्तराखण्ड की पहचान है। सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर संत समाज हमेशा ही अपना सहयोग प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति व सनातन परंपराओं को देश दुनिया में प्रचारित प्रसारित करने में संत समाज निर्णायक भूमिका निभाता चला आ रहा है।

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