अमरीश
मामले की सीबीआई जांच, पीड़ित परिवार को मुआवजा व नौकरी की मांग भी की
हरिद्वार, 1 अक्टूबर। चमार वाल्मिीकि महासंघ व भीम आर्मी के संयुक्त नेतृत्व में दलित समाज के लोगों ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद में हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच, पीड़िता के परिवार को एक करोड़ रूपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी व दोषियों को फांसी की सजा की सजा दिए जाने की मांग को लेकर वाल्मिीकि चैक पर धरना दिया। धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई।
धरने के बाद जुलूस के रूप में प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी प्रेषित किया। धरने को संबोधित करते हुए चमार वाल्मिीकि महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष भंवर सिंह ने कहा कि यूपी सहित पूरे देश में दलित समाज पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाथरस में दबंगों ने दलित समाज की बेटी के साथ बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी। पीड़िता की मौत के बाद उसके परिवार को उसका अंतिम संस्कार तक करने नहीं दिया गया।
पुलिस ने जबरन आधी रात को खुद ही पीड़िता का शव जला दिया। उन्होंने कहा कि हाथरस काण्ड को लेकर पूरे देश के दलित समाज में रोष है। पीड़िता व उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए लगातार संघर्ष किया जाएगा। भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन व प्रदेश अध्यक महक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज चल रहा है। महिलाएं व बेटियां सुरक्षित नहीं है। हाथरस में हुए दलित युवती के साथ हुए सामूहिक बलात्कार व हत्या की घटना ने पूरे दलित समाज को झकझोर कर रख दिया है। पीड़िता के साथ बर्बरता पूर्वक अत्याचार किए गए। उन्होंने कहा कि दलितों का उत्पीड़न कतई सहन नहीं किया जाएगा।
पूरे मामले में सरकार ने निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की। रिपोर्ट भी देरी दर्ज की गयी। पीड़िता को पर्याप्त उपचार तक नहीं दिया गया। पीड़िता की मौत के बाद उसके परिवार से अंतिम संस्कार का हक तक छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी क्या जल्द थी कि हिन्दुत्व की सरकार में पीड़िता के परिवार को उसका हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार तक नहीं करने दिया गया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा नही दी गयी तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान राजेंद्र श्रमिक, सुनील राजौर, नरेश चनयाना, मुकेश श्रमिक, वीरेंद्र श्रमिक, राजेंद्र चुटेला, जितेंद्र तेश्वर, विपिन पेवल, नितिन तेश्वर, सुरेंद्र पास्टर, संजय मूल निवासी, नरेश प्रधान, रविन्द्र, खालिद हसन, नसीम अहमद, अथर अंसारी, विशाल राठौर, डा.प्रशान्त राठौर, जुगनु कांगड़ा, प्रमोद महाजन, सुशील पाटिल, मुन्नीलाल शिंदे, सचिन वाल्मिीकि, विशाल प्रधान, आशीष राजौर, शिवकुमार, दीपक सेठपुर, रवि तेगवाल, रोबिन, अशोक घावरी आदि सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।
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