चारधाम यात्रा खोलने की मांग कर रहे व्यापारियों ने निकाला मार्च,देखे विडियो

Haridwar News
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राहत अंसारी

पैदल मार्च करते हुए देहरादून पहुंचकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे पर्यटन कारोबारी
हरिद्वार, 18 जून। चारधाम यात्रा खोलने की मांग कर रहे पर्यटन व्यवसायियों ने हरकी पैड़ी से शिवमूर्ति तक पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। ट्रैवल एंड टूरिज्म से जुड़ी संस्थाओं एवं होटल एसोसिएशन के संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन के बाद सभी पर्यटन कारोबारी मुख्यमंत्री आवास रवाना हुए। पर्यटन व्यवसायी चारधाम यात्रा खोलने एवं उत्तराखंड में प्रवेश के लिए आरटीपीसीआर की बाध्यता समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

इस मौके पर ट्रैवल्स व्यवसायी बंटी भाटिया ने बताया कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद से तमाम व्यापारी संगठनों द्वारा लगातार बाजार और चार धाम यात्रा खोले जाने की मांग की जा रही है। इसके लिए ट्रैवल और टूरिज्म से जुड़ी संस्थाओं, होटल एसोसिएशन और आश्रम संचालकों के सामूहिक संगठन संयुक्त मोर्चा पर्यटन उद्योग का गठन किया गया है। चारधाम यात्रा स्थगित करने व आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता के चलते पर्यटक व श्रद्धालुओं के नहीं आने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सरकार को चेताने के लिए हरिद्वार से मुख्य मंत्री आवास देहरादून तक पैदल मार्च शुरू किया गया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सभी बाजार प्रतिदिन खोले जाएं। पर्यटन कारोबार से जुड़े सभी लोगों टैक्सी चालक, होटल व्यवसायी, टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी संचालकों का सस्ते सब्सिडाइज्ड सॉफ्ट लोन की व्यवस्था करायी जाए। उन्होंने बताया कि पद यात्रा पर निकला संयुक्त मोर्चा देहरादून पहुंच कर मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर उन्हें मांगों के संबंध में ज्ञापन सौपेगा।

होटल व्यवसाय आशुतोष शर्मा ने बताया कि शिव मूर्ति चौक से शुरू हुआ पैदल मार्च डोईवाला में रात्रि विश्राम के पश्चात करके शनिवार को देहरादून पहुंचेगा। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान चारधाम यात्रा खोलने व आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की जाएगी। अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने कहा कि उत्तराखंड की आर्थिकी पूरी तरह से पर्यटन पर आधारित है। इसलिए प्रदेश सरकार को चाहिए कि अन्य राज्यों की भांति कोविड संक्रमण में कमी आने के बाद बाजारों को पूर्ण रूप से खोलने और चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से खोले जाने पर विचार करे।

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