तनवीर
हरिद्वार, 28 सितम्बर। केन्द्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल की भेल इकाई परिसर में कार्डियक अरेस्ट, कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) और ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (एईडी) के संदर्भ में कार्यशाला का आयोजन किया गया। सीआईएसएफ के वरिष्ठ कमांडेंट सत्यदेव आर्य के नेतृत्व में आयोजित कार्यशाला का आयोजन समर्पण सेवा समिति के सहयोग से किया गया। मेट्रो हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट हरिद्वार, श्री महंत इन्द्रेश अस्पताल देहरादून, रिवाइव हार्ट फाउंडेशन, अलर्ट एनजीओ और मेडट्रॉनिक आदि संस्थानों ने भी कार्यशाला में सहयोग प्रदान किया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कमांडेंट सत्यदेव आर्य ने कहा कि वर्तमान में सीआईएसएफ देश के औद्यौगिक प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, बंदरगाहों सहित अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में भी कार्यरत है। इन स्थानों पर सीआईएसएफ के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा यात्रियों, कर्मचारियों व आमजन को कार्डियक अरेस्ट होने पर सीपीआर देकर कई जानें बचाई गई हैं। कार्यशाला में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी कि दिल का दौरा पड़ने पर मरीज को अस्पताल पहुंचाने से पहले, किस तरह सीपीआर एवं एईडी मशीन की मदद से उसकी जान बचायी जा सकती है।
साथ ही मैनीकिन के माध्यम से प्रतिभागियों को सीपीआर आदि का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। कार्यशाला में लगभग 120 सीआईएसएफ कर्मियों एवं उनके परिजनों ने भाग लिया। इस अवसर पर सीआईएसएफ वाईफ वेलफेयर एसोसिएशन की हरिद्वार इकाई की अध्यक्षा पूनम आर्य, उपाध्यक्षा सुशीला थपलियाल, सहायक कमांडेंट पी.के. थपलियाल, वी.एन. तिवारी, समर्पण सेवा समिति के दिनेश पंवार एवं दिनेश रावत, मेट्रो हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट के डा.मीनल चैहान, महंत इन्द्रेश अस्पताल के डा.तनुज भाटिया, सीआईएसएफ के इंस्पेक्टर राजेश कुमार, नरेंद्रपाल पोरिया, सुरेंदर सिंह रावत, लखबीर सिंह असवाल, बी.एल.मीना तथायोगेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।