कमल
हरिद्वार 31 मई। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि 5वां लाॅकडाउन देश की जनता को गुमराह करने जैसा है। यह लाॅकडाउन मात्र दिखावा ही साबित होगा। उन्होनंे कहा कि आत्मनिर्भरता वाले इस 5वें लाॅकडाउन में जनता को स्वयं ही अपनी सुरक्षा करनी होगी। सरकार देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। लाॅकडाउन मात्र दिखावा साबित हो रहा है। वित्तीय परेशानियों से घिरी सरकार जनता को वैश्विक महामारी की ओर ले जाने का काम कर रही है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि बड़ी संख्या में कोरोना के संक्रमित मरीज बढ़ रहे है। उत्तराखण्ड राज्य में भी दिन प्रतिदिन कोरोना के संक्रमित मरीजों में इजाफा हो रहा है। इसके बावजूद बाजार खोलने का निर्णय जनता के हित में कहीं से भी ठीक नजर नहीं आ रहा है।
सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में संभव नहीं हो पाता है। बाजार खुलेगें तो लोग स्वयं ही अपने घरों से बाहर आयेगें। पांचवा लाॅकडाउन की घोषणा मात्र दिखावा ही साबित हो रही है। देश की जनता आर्थिक मंदी का दंश झेल रही है। उद्योगों से श्रमिकों की नौकरियां समाप्त हो रही है। सरकार इस ओर कोई कदम नहीं उठा पा रही है। बेरोजगारों की फौज तैयार हो रही है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियां पूरी तरह से विफल साबित हो रही हैं। पांचवा लाॅकडाउन किसी भी सूरत में जनता के हितों के लिए नहीं किया गया है।
सरकार अपनी मंशा जनता पर थोपना चाहती है। सुनील अरोड़ा ने प्रवासियों व मजदूरों की स्थिति पर बोलते हुए कहा कि प्रवासियों को राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार सही सुविधायें नहीं दे पा रही है। कोरोना संक्रमण फैलने की संभावनाएं इन्हीं कारणों से बनी हुई है। क्वारन्टीन सेंटर से प्रवासी इधर उधर घूम रहे हैं। जिन कारणों से धर्मनगरी में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि सरकार लोगों को राहत नहीं दे पा रही है। राहत पैकेज की घोषणा मात्र दिखावा साबित हुआ। कर्ज तले दबे लोग कर्ज कहां से लें। सरकार को गरीब असहाय निराश्रित लघु व्यापारी छोटे मझोले व्यापारियों को नकद राहत धनराशि देनी चाहिए थी। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सरकार की विफलता साफ तौर पर नजर आ रही है।
—————————–