राकेश वालिया
हरिद्वार, 6 जून। नीलेश्वर महादेव मंदिर के परमाध्यक्ष महंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि भारत सनातन धर्म को मानने वाले तथा ईश्वर में आस्था रखने वाले लोगों का देश है। जब जब इस धराधाम पर प्राणीजगत के समक्ष कोई संकट उत्पन्न हुआ है। ईश्वर ने हमेशा अपने भक्तों की रक्षा की है। आज कोरोना वायरस के चलते समस्त प्राणी जगत पर जो खतरा मण्डरा रहा है।
उससे भी ईश्वर ही अपने भक्तों की रक्षा करेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार के आठ जून से मंदिर व अन्य सभी धर्मस्थल खोले जाने के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि मठ मंदिर खोले जाने श्रद्धालु मंदिरों में अपने ईष्ट देव से इस वायरस से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना कर सकेंगे। भगवान भोलेनाथ निश्चित ही भक्तों की पुकार सुनेंगे और कोरोना वायरस से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने बताया कि आठ जून को मंदिर खोले जाने पर भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रंगार व अभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की जाएगी। धार्मिक ऊर्जा से ही कोरोना वायरस को मात मिलेगी।
मां चण्डी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के परमाध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार का मठ मंदिर खोले जाने का निर्णय सराहनीय है। सोमवार को मंदिर खोले जाने पर पूरे विधि विधान से मां चण्डी देवी की पूजा अर्चना की जाएगी। नियमानुसार सीमित संख्या में ही श्रद्धालु मंदिर में आ सकेंगे। मंदिर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्त के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसके अलावा मंदिर प्रबंधन की ओर से मंदिर में सेनेटाइजिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि संकटों को हरने वाली मां चण्डी देवी की असीम कृपा से पूरे विश्व को कोरोना महामारी से निजात मिलेगी।
विश्नोई आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि ईश्वरीय कृपा से जल्द ही पूरा विश्व कोरोना के प्रकोप से मुक्त होगा ओर विश्व में पहले की तरह खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि मठ मंदिर खुलने के बाद पूरे विश्व में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। भारत ने हमेशा ही पूरी दुनिया का मार्गदर्शन किया है। भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा ही दुनिया को कोरोना संकट से मुक्ति दिलाएगी। म.म.स्वामी अर्जुनपुरी महाराज ने कहा कि सृजन एवं संहार के देव भगवान भोलेनाथ की कृपा से कोरोना संकट जल्द दूर होगा। सोमवार से मंदिर खुलने पर भगवान का श्रद्धापूर्वक स्मरण व पूजा अर्चना अवश्य ही कोरोना संकट को दूर करेगा।
रामधाम गंगेश्वर धाम के परमाध्यक्ष स्वामी आनन्द भास्कर व स्वामी वेदानंद महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस केवल मानव स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि आर्थिकी के लिए भी एक बड़ा संकट बन गया है। वायरस के कारण लोगों को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जब कोई वैज्ञानिक पद्धति इस संकट को दूर करने में कामयाब नहीं हो पा रही है तो ईश्वरीय आराधना ही मानवता की रक्षा कर सकती है। मंदिर खुलने पर सबको नियमों का पालन करते हुए अपने अपने आराध्य से कोरोना वायरस के प्रकोप से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए।
म.म.महादेव महाराज, महंत रूपेंद्र प्रकाश, महंत जसविन्दर सिंह महाराज, स्वामी रघुवन, महंत श्यामप्रकाश, महंत निर्मलदास, महंत रविन्द्रपुरी महाराज, स्वामी कपिलमुनि, महंत सतनाम सिंह, महंत अमनदीप सिंह, स्वामी सुरेश मुनि, महंज जमनादास, स्वामी ललितानंद गिरी, श्रीमहंत विनोद गिरी, श्रीमहंत साधनानंद, भक्त दुर्गादास आदि संत महापुरूषों ने भी मठ मंदिर खोले जाने के निर्णय का स्वागत किया।
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